हाय महा शोक ! मेरे जर्मन दोस्त मार्गदर्शक मधुकर / Swami Madhukar aka Swami Dhyan Hareesh (Berthold Happle-Thompson) का देहांत
Bernard Mohan Fickert
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28.5.11
हाय महा शोक ! मेरे जर्मन दोस्त मार्गदर्शक मधुकर / Swami Madhukar aka Swami Dhyan Hareesh (Berthold Happle-Thompson) का देहांत
प्रिय मित्रों
मैं इस ब्लॉग के द्वारा आपको मेरे महाशोक में सम्मिलित करना चाहता हूँ .
१९८४ में जब मैंने जर्मनी रहता था , तब वो मेरे अभिन्न मित्र थे .
मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा
३ साल से भारत में वेदान्त का अध्यन कर रहे थे.
२३ मई को ऊटी के पास एक्सीडेंट में उनका देहांत हो गया.
मैं खुद एक गीता का एवं वेदांत का विद्यार्थी होने के नाते , चूँकि आत्मा अमर है , मुझे शोक नहीं होना चाइए था , मगर शोक हो रहा है इसका अर्थ यह हुआ कि जो मैंने पढ़आ है वह केवल किताबी ज्ञान है. उसे मैं जीवन में नहीं उतार पाया.
ईश्वर उनको अपने गोलोक वृन्दावन धाम में जगह दें, हम्मारी यही प्रार्थना है.
नीचे लिखा पत्र मेरे दूसरे जेर्मन मित्र जो आब U S A में रहते हैं , उनका है, और मारा उत्तर भी, जिससे मुझे इस हादसे का पता चला , और दिल की दिल मैं ही रह गई .
शोकाकुल
अशोक गुप्ता
दिल्ली
Dear Ashok-bhai,
I am conveying sad news to you. Our beloved friend Madhu has left us and this earthly plane.
When we feel grief the thin veil that separates us from the spiritual life is removed. The good news is that Madhu is alive and present in our hearts.
Namaste,
Mohan
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