सोनिया जी सचमुच बीमार हैं . भगवान करे उन्हें कैंसर न हो .
हमारे नोकरी पेशा प्रधान मंत्री जी , अपनी नोकरी बचाते हुए , रोबर्ट के लड़के को प्रणाम करके , खुश कर रहे हैं.
सबसे बड़ी बात ये है कि, कोई कितना भी कमाए , ये तो ईमान दार ही हैं .इन्हें केवल अपनी तनख्वाह से मतलब है , इस बात कि सारा देश कसम खता है .
प्रिय ब्लोगी मित्रों ,
जो बात कोई भी भारतीय पत्रकार पता नहीं लगा सका वो हाज़िर है :
आज ही मेरे न्यू यार्क से आये एक मित्र ने इसकी तस्दीक की कि श्रीमती सोनिया जी , न्यू योर्क के एक कैंसर अस्पताल में भारती हैं , क्योंकि वो उसी अस्पताल में काम करते हैं.
पर में आपको उस अस्पताल का नाम इसलिए नहीं बताऊंगा कि यह एक राजकीय गुप्त बात है, कोई तो वजाह होगी , पब्लिक को नहीं बताने की ,
इसलिए देश कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए , इतना ही बताना उचित होगा, में कुछ और नहीं बता पाउँगा .
में आपनी और से उनकी दीर्घ आयु की कामना करता हूँ. भगवान न करे , कि उन्हें कुछ हो गया तो , कांग्रेस के सब पहलवान आपस में लड़ मरेंगे ,
कांग्रेस कि ही दूसरी कार्बोन कोपी बी जे पी भी देश को डुबाने के जोश में आ जायेगी.
देश में अराजकता का माहोल पहले ही है .
बहार पकिस्तान , चीन , और अंदर अन्ना और रामदेव से देश को खतरा है .
भगवान इस देश को ऐसे ही अमन शांति से चलाये रखे जैसे चल रहा है , कुछ लाख करोड के लिए हमें देश को मुश्किल में नहीं डालना.
केवल श्रीमती सोनिया जी में ही वो करामात हैं कि कांग्रेस भी खुश और विरोधी पार्टियां भी खुश .
अन्ना , रामदेव कि किस्मत में तो लाठियां, भूका रहना लिखा है , कोई क्या कर सकता है
सोनिया गाँधी जिंदाबाद
राहुल गाँधी जिंदाबाद
प्रियंका गाँधी जिंदाबाद
रोबर्ट वढेरा अमर रहे .
धर्म कि जय हो
अधर्म का नाश हो
प्राणियो में सद्भाव हो ,
विश्व का कल्याण हो
गौ माता कि जय हो
गंगा माई , जमुना माई , कि जय हो
राम , कृषण , शिव जन्मभूमि कि जय हो .
हर हर महादेव
बोल सन्तान धर्म की जय
4 comments:
धर्म कि जय हो
अधर्म का नाश हो
प्राणियो में सद्भाव हो ,
विश्व का कल्याण हो
गौ माता कि जय हो
गंगा माई , जमुना माई , कि जय हो
राम , कृषण , शिव जन्मभूमि कि जय हो .
हर हर महादेव
बोल सन्तान धर्म की जय
धर्म क्या सिखाता है आपस में सद्भाव .
अधर्म क्या है धर्म पर न चलना
सद्भावना क्या है
दूसरों के प्रति अच्छी भावना रखना दूसरो के बारे में बारा न सोचना न करना न होने देना
विश्व का कल्याण किसमे है सभी के मिल जुल कर रहने में.
गंगा माई जमुना माई के त्याग क्या एक हिन्दू नहीं जानता
राम की अपने परम शत्रु रावन पर भी कृपादृष्टि क्या एक राम भक्त नहीं मानता,
न्याय की भावना रखने वाले महादेव की जय करने का वह अधिकारी नहीं है जो सही गलत में अंतर नहीं कर सकता.
और आज का सच ये है की सोनिया जी बीमार हैं और विदेश में इलाज के लिए भारती हैं और हमारे देश में जो मर जाते हैं उनके लिए अमर रहे शब्द का उच्चारण किया जाता है ऐसे में सोनिया जी व् रोबेर्ट वढेरा जी के लिए ये शब्द कह आपने भारतीय संस्कृति को लज्जित किया है अपने शब्द वापस लीजिये अन्यतः आप स्वयं को भगवान की श्रेणी से निकल शैतान की श्रेणी में रहेंगे तो ज्यादा ठीक होगा .अपनी लेखन क्षमता का दुरूपयोग न कीजिये .
kuch to bat hai .aap ki lekhni me ...aabhar itna sab batane ka .
अमर बना दो तभी इस देश का भला होगा।
धन्यावाद शालिनी जी ,
यही तो , लिखना एक कला है , जिसे में सिखने की कोशिश कर रहा हूँ, और आप टिपण्णी लिख कर मेरा मार्ग दर्शन कर रहीं हैं.
अब देखिए में लिखना चाहता था व्यंग , और हो गयी प्रशस्ति .
क्या करूँ , कैसे सीखूं .
पुनः धन्यवाद.
Post a Comment