आतंकवाद से पीड़ित भारत के दर्द की वजह केवल दहशतगर्द आतंकी ही नहीं हैं, सफेदपोशों का एक ऐसा वर्ग भी है, जिनमें कुछ तो खुद को सेकुलर कहते हैं, तो कुछ वादों की बातें करते हैं, उस पर कभी अमल नहीं। ऐसे सफेदपोश उस कानून का विरोध करते हैं, जिनसे आतंकियों को सजा मिल सकती है।...और फिर भी यदि कोई आतंकी पकड़ा जाता है, तो ऐसे सफेदपोशों को उनके बचाव में खड़े होने में शर्म तक नहीं आती। विश्वास नहीं होता, तो गौरतलब है कि अहमदाबाद बम धमाकों के मामले में जब अबू बशीर को पकड़ा गया, तो उसके घर मातमपुर्सी के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के ऐसे सफेदपोशों की होड़ लग गई थी। और संभवतः....पढ़े सीधीबत
19.9.08
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