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17.9.08

पहले दिन से ही सुपर हिट अदित्याज़



ग्वालियर ! अदित्याज़ के हजारों पाठक उसके आगमन के साथ बेहद आकर्षक रंग रूप का स्वागत करेंगे, इसका आईडिया तो हमें था , लेकिन इतनी गर्मजोशी और आत्मीयता से करेंगे इसका अंदाजा नहीं था ! रविवार की सुबह जैसे ही अदित्याज़ के कर्मचारी दफ्तर पहुंचे, उन्हें अपने फ़ोन घनघनाते मिले ! हर तरफ से बधाई के संदेश और एस एम एस मिल रहे थे!

अदित्याज़ के पाठक जितने खुश नज़र आए उतने ही प्रशन्न थे! अदित्याज़ को हर सुबह पाठकों वाले वितरक बन्धु ! उनकी तरफ़ से सेकडों लिखित बधाई संदेश सन टेम्पल रोड स्थित अदित्याज़ भवन पहुंचे ! अदित्याज़ ने किस तरह उनमे सोऐ शायरों और कवियों को जगा दिया, पेश है उनकी एक बानगी !

" देखा जो एक नज़र तो बस ठहर गई नज़र,

आकर्षक रूप श्रंगार के साथ, आई अदित्याज़ की लहर! "


एक दूसरे वितरक भाई ने कहा : हमारी है चाहत, दिल मिले, दिलदार मिले, दैनिक अदित्याज़ को सभी का प्यार मिले!

कुछ पाठकों ने बहुत ही छोटे लेकिन बहुत ही भावभीने संदेश भेजे, मसलन:

अदित्याज़ की कसम, अदित्याज़ ही पड़ेंगे हम! अदित्याज़ में इन्द्रधनुषी रंग भरने के लिए आपका ह्रदय से धन्यबाद ! सारे जहाँ से अच्छा अदित्याज़ हमारा...!

सुधि पाठक नोट करे की रविवार को लॉन्च होने के बाद ग्वालियर चम्बल, बुन्देल खंड, मालवा के अलावा यूपी, राजस्थान के कुछ हिस्से समेत बेहतरीन क्लेवर आकर्षक साज-सज्जा, के साथ सभी प्रमुख स्थानों तक पहुँच चुका है! और सभी जगह पाठकों ने उसका भरपूर स्वागत किया है!
ग्वालियर में धूम मचाई!
कोई इसे ख़ुद अपनी तरफ़ न समझे, लेकिन बताते हुए एक इमानदार गर्व होता है कि रविवार को ग्वालियर से अपने प्रकाशन के पहले ही दिन से अदित्याज़ सुपर हिट हो गया ! ग्वालियर में श्री गणेश एवं हिन्दी दिवस के शुभ दिन की सुबह १०० पेज के स्पेशल संस्करण के साथ पाठकों कि देहलीज़ पर जाने वाली इस पहली इस प्रति को लोगों ने सीने से लगा लिया! एक के बाद एक शहरों में पाठकों कि और से उमड़ता यह प्रेम दैनिक अदित्याज़ को एक ही संदेश दे रहा है! पाठकों के दिल में और गहरे उतरने के लिए अखबार को लगातार बेहतर होते जाना है!
पढ़ते रहिये दैनिक अदित्याज़ ! यहाँ ये बताना आवश्यक है कि दैनिक अदित्याज़ को सुपर हिट बनाने में MD Dr. Deependra Tamotiya, Chief Editor Dr. Abharani Tamotiya, GM Surendra Mathur, Editor Manmohan Ghayal, की महतवपूर्ण भूमिका है ! वहीं अदित्याज़ कि युवा टीम रविशेखर, भुवनेश तोमर, अनिल अरोरा, अरविन्द श्रीवास्तव, का दिन रात का परिश्रम सबसे ज्यादा सराहनीय है !

1 comment:

Anonymous said...

अगले हफ्ते ग्वालियर आउंगा तो आदित्याज़ पढ़ने का मौका मिलेगा। लेकिन चित्र देखखर लग रहा है कि अपने ग्वालियर विकास समिति वाले मनमोहन जी ने ज़रूर कोई कमाल कर दिया है। बधाई पूरी टीम को।