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18.4.11

नेता जी की परेशानी


नेता   जी   की  परेशानी 
       कभी नेता जी कहकर जो सिर पर बिठाते थे ,
        बड़ा सम्मान देकर अपने घर बुलाते थे ,
      चरण छूते थे और जान भी लुटाते थे  ,
     वही जनता हमें अब आँख क्यों दिखाती है ?
    मेरी रैली में देखों भीड़ घटती जाती है .
[शायद अन्ना का करा धरा है सब ]
                                                      शिखा कौशिक 
                                    

1 comment:

तेजवानी गिरधर said...

गागर में सागर भर दिया है आपने