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5.5.11

चाय का मतलब

* कोई कह रहा था कि लड़कियों का जींस नीचे जा रहा है | तो इसकी अनिवार्य परिणति होनी चाहिए कि औरतों की साड़ी
ऊपर को जाए | ## ]बदमाश चिंतन [

* संत भी नेता हो सकते हैं | क्यों नहीं हो सकते ? इसी प्रकार नेता भी संत हो सकते हैं , निस्संदेह | लेकिन अन्ना हजारे जी न तो संत हैं , न नेता | फिर भला यह क्या हो सकते हैं ? ##
[तुलसी दल ]
* चाय का मतलब है , साथ मिल बैठने का बहाना |
[उवाच]
* मुझे मटमैला रंग बहुत पसंद है | क्या यह भारत की मिटटी का कमाल है ?
[व्यक्तिवाचक]
* [सन्देश]
कर्तव्यनिष्ठ बनो , यह तो मैं भी कहूँगा | लेकिन आज की दुनियादारी का तकाज़ा यह है कि -don't be prompt . नहीं तो आप काम करते करते मर जायेंगे और आप के काम पर दूसरे लोग मजे उड़ायेंगे | ##

* इस अखबार में परिवार के हर सदस्य के लिए सामग्री है | बच्चों के लिए फ़िल्मी पन्ना , बूढ़ों के लिए फैशन परेड , लड़कों के लिए पाक शास्त्र , लड़कियों के लिए कैरियर , मर्दों के लिए गृहसज्जा -किटी पार्टी , औरतों के लिए खेती बारी - खेल - सट्टा बाज़ार -राजनीति इत्यादि | और क्या चाहिए ! ##
]बदमाश चिंतन [

1 comment:

Markand Dave said...

आदरणीय श्रीऊग्रनाथजी,


" ऊग्र होने `चिंतन` बदमाशी करने पर उतारू हो जा है?"

शांत रहें,भारत को आप जैसे चिंतक की ज़रूरत है।

बहुत अच्छा चिंतन- बहुत-बहुत बधाई।

मार्कण्द दवे।