''देवी चौधरानी ''-प्रथम महिला आजादी सेनानी
भारत माँ की बेटी थी ''देवी चौधरानी ''
आजादी हित बनी प्रथम महिला सेनानी ,
संन्यासी विद्रोह की वो ही सूत्रधार थी
अंग्रेजों का काल ; पैनी एक कटार थी ,
अंग्रेजों ने कहा 'लुटेरे',वे थे सेनानी ,
इस महिला की सेना ने बस यह थी ठानी ,
अंग्रेजों को भारत-भूमि से दूर करेंगे
अन्याय की आग को ठंडा हम कर देंगे ,
आजादी की लड़ी लड़ाई बीस वर्ष तक
हार न मानी ''राजरानी'' ने लगा दी ताकत ,
विद्रोही -टोली की मुखिया , योद्धा दल की नेता ,
कोई पकड़ न पाया ,वो थी अजेय विजेता ,
युगों-युगों तक नाम तुम्हारा अमर रहेगा !
हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा बना रहेगा !
शिखा कौशिक
2 comments:
बहुत अच्छा वर्णन किया है आपने देवी चौधरानी का.आज इन्हें भी जानने का सुअवसर मिला है aabhar
जानकर अच्छा लगा।
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