जब डुबने लगे जहाज ,
तो कश्तियों का आसरा क्या होगा ?
हर पल बेपर्दा हो रहे रहनुमा,
अब आवामों का आसरा क्या होगा ?
रहनुमाई हुयी बेहयायी, बेहयायी बनती जा रही खुदाई,
या खुदा !
अब इन्सानों का आसरा क्या होगा ।
अब इन्सानों का आसरा क्या होगा ?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment