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10.1.12

जय लोक मंगल: ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो

जय लोक मंगल: ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो: कल लोकमंगल पर नीरवजी ने मुझे दुर्दांत भावुक कवि की उपाधि से नवाज़ा।शुक्रिया,ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो।चलो आज फिर एक ...

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