जय लोक मंगल: ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो: कल लोकमंगल पर नीरवजी ने मुझे दुर्दांत भावुक कवि की उपाधि से नवाज़ा।शुक्रिया,ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो।चलो आज फिर एक ...
10.1.12
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
जय लोक मंगल: ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो: कल लोकमंगल पर नीरवजी ने मुझे दुर्दांत भावुक कवि की उपाधि से नवाज़ा।शुक्रिया,ऐसी दहशतनाक प्रशंसा आप ही कर सकते हैं,प्रभो।चलो आज फिर एक ...
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