मैं न ही शाहरुख
खान के खिलाफ हूं और न ही मेरा ईरादा शाहरुख की आलोचना करने का था...लेकिन पाकिस्तानी
गृहमंत्री रहमान मलिक की टिप्पणी पर किंग खान की “बहुत देर” से आई प्रतिक्रिया
पर खुद को लिखने से भी नहीं रोक सका। आपने शाहरुख खान की वो प्रतिक्रिया समाचार चैनलों में देखी
और सुनी की नहीं पता नहीं और देखी और सुनी भी तो पता नहीं गौर किया की नहीं कि
शाहरुख खान साहब जब अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे तो सामने रखे कागज पर पढ़कर अपनी
बात बोल रहे थे।
शाहरुख ने कहा मुझे
भारतीय होने पर गर्व है और बाहरी लोग सलाह न दें। हालंकि शाहरुख ने अपने लेख पर
बेवजह बखेड़ा खड़ा करने का आरोप भी लगाया और भारत में अपनी सुरक्षा की चिंता नहीं
होने की बात कही। रहमान मलिक के बयान पर शाहरुख से जवाब की उम्मीद थी जो उन्होंने बहुत
देर से ही सही लेकिन आखिरकार दिया।
शाहरुख खान सहाब जब
कागज से पढ़कर अपनी बात कह रहे थे तो देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि आखिर जो शाहरुख
खान फिल्मों के डॉयलाग बिना पढ़े शानदार तरीके से बोलते हैं...और कई टीवी भी शो भी
उन्होंने इसी तरह होस्ट भी किए हैं...उन्हें अपनी दिल की बात कहने के लिए कागज पर लिखकर
लाना पड़ा। शाहरुख ने बहुत कुछ नहीं बोला और न ही वे कोई भाषण टाइप दे रहे थे
लेकिन फिर भी आखिर क्यों लिखकर लाने की जरूरत पड़ गई और उसमें से ही पढ़कर अपनी
बात शाहरुख ने कही..!
मुझे तो समझ नहीं आया...आपको आया हो तो बताइएगा जरूर..!
deepaktiwari555@gmail.com
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