आदरणीय भारत सरकार
आदरणीय भारत सरकार ! हेडली पर शोक मनाना छोडिये । वह अमेरिका है जो पाक के घर में घुसकर ओसामा को मारता है । वह हिंदुस्तान नहीं है जिसके दिग्विजय सिंह महोदय के लिए ओसामा ओसामा जी था । उस अमेरिका से प्रत्यर्पण की लड़ाई हार गए हैं तो अब खिसिया रहे हैं । उसने प्रत्यर्पण भी नहीं किया और पैतीस साल की सजा भी दे दी । आपसे जो होता हो आप कर लें । वो अमेरिका है जिसके यहाँ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिरने के बाद उसने एक एक के कपडे उतरवा दिए । उसने तमाम लोगों के फिंगर प्रिंट्स ले लिए और किसी ने चूं भी नहीं की । समरथ को नहीं दोष गोसाईं । आप रोना रोते रहिये । आप कर भी क्या लेते । आप से क्या होता भारत सरकार ! आपके गृहमंत्री की नजर में तो हेडली भी श्री हेडली होगा और दिग्विजय सिंह जी के लिए वह हेडली साहब होगा । आप को शायद दुःख हो रहा हो कि आप उस की खातिर दारी कसाब की तरह नहीं कर पाए या अफजल गुरु की तरह उसके माफ़ी नामा के लिए राष्ट्रपति के पास एप्लीकेशन नहीं लगवा पाए । आप गिडगिडाते रहिये । उसकी मुट्ठी में जहां है और वह उसको फांसी दे चुका है और आपके करोड़ों रुपये बच गए हैं । आपकी कानूनी प्रक्रिया का नज़ारा सारी दुनिया देख रही है आपसे क्या उम्मीद की जाये ।
आदरणीय भारत सरकार ! हेडली पर शोक मनाना छोडिये । वह अमेरिका है जो पाक के घर में घुसकर ओसामा को मारता है । वह हिंदुस्तान नहीं है जिसके दिग्विजय सिंह महोदय के लिए ओसामा ओसामा जी था । उस अमेरिका से प्रत्यर्पण की लड़ाई हार गए हैं तो अब खिसिया रहे हैं । उसने प्रत्यर्पण भी नहीं किया और पैतीस साल की सजा भी दे दी । आपसे जो होता हो आप कर लें । वो अमेरिका है जिसके यहाँ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिरने के बाद उसने एक एक के कपडे उतरवा दिए । उसने तमाम लोगों के फिंगर प्रिंट्स ले लिए और किसी ने चूं भी नहीं की । समरथ को नहीं दोष गोसाईं । आप रोना रोते रहिये । आप कर भी क्या लेते । आप से क्या होता भारत सरकार ! आपके गृहमंत्री की नजर में तो हेडली भी श्री हेडली होगा और दिग्विजय सिंह जी के लिए वह हेडली साहब होगा । आप को शायद दुःख हो रहा हो कि आप उस की खातिर दारी कसाब की तरह नहीं कर पाए या अफजल गुरु की तरह उसके माफ़ी नामा के लिए राष्ट्रपति के पास एप्लीकेशन नहीं लगवा पाए । आप गिडगिडाते रहिये । उसकी मुट्ठी में जहां है और वह उसको फांसी दे चुका है और आपके करोड़ों रुपये बच गए हैं । आपकी कानूनी प्रक्रिया का नज़ारा सारी दुनिया देख रही है आपसे क्या उम्मीद की जाये ।
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