गाजीपुर जनपद में झूठी खबर छापने के विरोध में दैनिक 'हिंदुस्तान' के खिलाफ सोशल मीडिया पर चला अभियान
19 नवम्बर को दैनिक समाचार पत्र 'हिन्दुस्तान' के गाजीपुर संस्करण में मुख्य पृष्ठ पर छपे एक झूठी खबर के बाद गाजीपुर में युवाओं ने whatsapp पर एक बड़ा अभियान छेड़ा और देखते ही देखते यह इतना वायरल हो गया कि धीरे-धीरे यह हजारों-सैकड़ों लोगों तक पहुँच गया।
हुआ यह था कि 19 नवम्बर को हिंदुस्तान अख़बार में यह खबर छपी कि यूपी के गाजीपुर और बलिया जनपद को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया। इस खबर के अगले ही दिन 20 नवम्बर को उसी अखबार के पेज नम्बर तीन पर खबर छपी कि सूखाग्रस्त जिलों की सूची में गाजीपुर जिला नहीं।
सवाल है कि क्या 'हिन्दुस्तान' अखबार ने झूठी खबर छापने का ठेका ले रखा है या पेड खबरों के जरिये गाजीपुर के किसानों को बरगलाने की कोई साजिश? ध्यान रहे कि गत वर्ष भी सत्ता दल के कुछ स्थानीय नेताओं के अफवाह के आधार पर कुछ अख़बारों ने बिना किसी प्रमाण के ही खबर छाप दी कि गाजीपुर जनपद को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया है जो कुछ समय बाद गलत साबित हो गया और किसानों को निराश होना पड़ा।
santosh pandey
gzpsantosh@gmail.com
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