बरेली - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडौन में सभी राशन कार्ड धारकों को हर महीने एक किलो चना फ्री वितरण करने के निर्देश दिए थे ये चना राशन माफियाओं और पत्रकारों के लिए कमाई का जरिया बन गया है।
मामला बरेली का है जहां राशन गोदाम भरतौल ले जाने के विरोध में कोटेदार हड़ताल पर बैठे थे। इसी बीच पता चला कि कानपुर से सप्लाई होने बाले चने की कट्टों की पैकिंग मंडी के एक प्राइवेट गोदाम में हो रही थी कोटेदारों ने हंगामा शुरू कर दिया।
मौके डीएसओ एआरओ और एसएफसी के जिला प्रवन्धक मौके पर पहुंच गए मामले की जांच शुरु हुई तो पता की रिटायर्ड गोदाम प्रभारी रवींद्र नाथ दिवेदी इस कालाबाजारी के पीछे हैं। घटना स्थल पर एक बड़े पत्रकार पहुंचे जो सम्पादक के करीबी बताए जाते है।
चने में घोटाले की खबर अमर उजाला में सिरे से गायब है। बताया जा रहा है इस काम के लिए एक पूर्व कांग्रेसी नेता को लगाया था। इस घोटाले में ट्रांसपोर्ट परिवहन ठेकेदार की फर्म भी शामिल बताई जा रही है। बताया जाता है की इस मामले में रिटायर्ड गोदाम प्रहरी ने करोडो की सम्प्पति बनाई है।
कोटेदारो का विरोध देखकर राशन माफिया पूर्व गोदाम प्रभारी मौके पर नहीं आये। अमर उजाला में खबर न छपी।
attached ARIT VICHAR NEWS PAPER
Vivek Singh
vivekjaatbly@gmail.com
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