फरवरी में जोरो शोरों से शुरू हुआ न्यूज़ चैनल नेशनल वॉयस अब लगभग दम तोड़ चुका है। यहां पर कार्यरत लोग अब आत्महत्या पर उतारू हो रहें है। यहाँ पर अभी तक जुलाई की सैलरी भी नहीं आई है और जिसकी भी सैलरी आती है वो किश्तों में और 20/30 प्रतिशत कट कर आती है।
यहाँ पर कुछ चाटूकार लोग है बस उन्ही की अगस्त की सौलरी आई है। यहाँ की बदहाली का आलम तो यह है कि यहाँ सफाई तक नहीं हो पा रही। गार्डस, पैंटरी , सफाईकर्मीयों ने काम रोका हुआ है। जहाँ देश भर में कोरोना का कहर जारी है वहाँ नेशनल वॉयस में सैनेटाईजर तक भी नहीं है और न ही ऑफिस कभी सैनेटाईज़ होता है।
लोग यहाँ गंदगी में काम करने को मजबूर है। फिर भी यहाँ के लोग काम में कोई कसर नहीं छोड़ रहे ऐसे में मैनेजमेंट के लोग मुँह छुपाए बैठे है। कोई सैलरी ना माँगे इसलिए चैनल के ड़ायरेक्टर दीपक शर्मा घर पर बीमारी का बहाना बनाए घर पर बैठे हैं। अकेले ड़ायरेक्टर राहुल एंड़ले ही आफीस आते हैं और लोग जब सैलरी के लिए पूछते है तक ऐसी कुछ लोलीपॉप देते हैं- सैलरी आज आ जाएगी 8 बजे तक औप के एकांउट में आप घर जाओ, कल आ जाएगी 11 बजे तक , शाम 4 बजे तक आ जाएगी और लोग माथा पीटते रह जाते हैं।
ड़ायरेक्टर वकास वारसी का रोल तो चैनल में ऐसा है जैसे आसमान में खोया खोया चाँद। इन सबके वादे हर रोजं टूट रहें है। चैनल में नया नियुक्त हुए एक्जींक्यूटीव एड़ीटर विवेक पाठक भी बहुत लंबी लंबी भांजते है हर वक्त बिजनस बिजनस और सिर्फ बिजनस। चैनल में लाईट तक कटी हुई है और जनरेटर पर पूरा चैनल चल रहा है और कई महीनों से बिल्ड़ीग का रेंट तक नहीं गया है
Sunita Rajender
rajendersunita88@gmail.com
No comments:
Post a Comment