घन्नु भाई साहब ने सही कहा है, हरिवंस जी पत्रकारिता के दुर्लभ धरोहर हैं, मैं ने भी उनके सानेध्या म काम कीया है। मैं भी आपने अनुभव ५० ५० करूँगा.
6.1.08
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
घन्नु भाई साहब ने सही कहा है, हरिवंस जी पत्रकारिता के दुर्लभ धरोहर हैं, मैं ने भी उनके सानेध्या म काम कीया है। मैं भी आपने अनुभव ५० ५० करूँगा.
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