राइट-लेफ्ट कर रहे,बंधु गजब का ट्विस्ट
दागी सब बेदाग अब,स्वार्थसिद्धि है इष्ट ,
स्वार्थसिद्धि है इष्ट ,हुए सक्रिय अंबानी
लाल हुए क्यों लाल,सुनाते अमर-कहानी
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
राइट-लेफ्ट कर रहे,बंधु गजब का ट्विस्ट
दागी सब बेदाग अब,स्वार्थसिद्धि है इष्ट ,
स्वार्थसिद्धि है इष्ट ,हुए सक्रिय अंबानी
लाल हुए क्यों लाल,सुनाते अमर-कहानी
Labels: स्वार्थसिद्धि
2 comments:
बहुत सुंदर कवि वर ! यही तो हकीकत है !
Bhai,
Achhi abhivyakti hai.
Aapko badhai.
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