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4.4.09

अगर आप वोट नहीं दे रहे हैं तो सो रहे हैं


मैंने दिल्ली में संपन्न हुए कुछ माह पूर्व विधान सभा चुनावों के लिए एक बुजुर्ग महिला से कहा,`चलो आज मैं आपको वोट दिलवाकर लाता हूं।` महिला ने जवाब दिया,`बेटा आई हैव नो इंट्रेस्ट इन वोटिंग, बीकाज आई नो आल लीडर्स आर कोरप्ट। सो व्हाई आई शुड गो देयर टू वेस्ट माई टाइम।` बुजुर्ग महिला की ये बातें सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा। वे एक अच्छे परिवार से संबंध रखती हैं उनके पति आईएस आफीसर थे दुनिया के न जाने कितने देशों की वे सैर कर चुकी हैं। पर उनका वोटिंग के प्रति रवैया देखकर मुझे बहुत बुरा लगा। लोक सभा चुनावों को लेकर हर नेता न जाने कहां-कहां चुनाव प्रचार में जा रहे हैं। वोटरों को रिझाने के लिए न जाने कौन-कौन से हथकंडे अपना रहे हैं। आपको एक बात जानकर हैरानी होगी जो लोग इन नेताओं का भविष्य तय करते हैं उसमें से अधिकतर लोग अशिक्षित या गंवार हैं। किसी ने कहा हम मंदिर बनवा देंगे तो उनका भगवान प्रेम जग गया। किसी ने कहा हम तुहें आरक्षण दिलवाएंगे तो वोटर उधर चला गया। बहुत से वोटर जो खामोश रहते हैं उनको दारू की जरूरत होती है ऐसे अधिकतर वोटर महानगरों के झुग्गी झोपडियों का हिस्सा हैं।
अब आप ही सोचिए सरकार किसने बनाया? जवाब मिलेगा सरकार उसने बनाया जिसे कोई फैसला लेने का सलीखा नहीं बस थोड़े से लाभ के लिए वे पार्टियों के साथ हो लिए। माना हर तरफ भ्रष्ट नेता हैं पर आप नजर दौड़ाएं तो उसमें से एक निर्दलीय प्रत्यासी भी आपको लिस्ट में जरूर मिलेगा जिसकी इमानदारी का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि वह करोड़ों रुपये चुनाव अभियान पर नहीं फूंक रहा है। आप अगर वोट देंगे तो बड़े नेताओं को उनकी औकात समझ में आ जाएगी। अगर आप सिर्फ ये सोचकर घर में बैठे हैं कि सब भ्रष्ट हैं मैं किसको वोट दूं तो इसका मतलब है कि आप सो रहे ऐसे निर्जीव प्राणी हैं जिन्हें अपने आसपास का माहौल अच्छा करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। आप निकम्मे और डरपोक इंसान हैं जिसमें कोई फैसला करने की हिम्मत नहीं है।
भाई मत दो भ्रष्ट आदमी को वोट पर वोट जरूर दो कम से एक बार देकर तो देखो इस राजनीति की कितनी अहम कड़ी हैं इसका अंदाजा आपको लग जाएगा। मत बनाओ भ्रष्ट नेता अपने में से किसी को निकालो जो इमानदार हो उसे वोट दो पर यह पुण्य का काम जरूर करो। देश के हर युवक की यह जिम्मेदारी है कि वह मताधिकार को अपने आने वाली पीढ़ी में बोझ की तरह नहीं बल्कि एक संस्कार केरूप में ढ़ाले जिससे मताधिकार को लोग अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझें। यह मेरा एक अभियान है उम्मीद करता हूं इसके माध्यम से आप एक जागरूक समाज को बनाने में अहम रोल निभाएंगे। तो आइए मेरे साथ और प्रण कीजिए की वोट देना हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है और हम इसे देखकर रहेंगे।

2 comments:

Asha Joglekar said...

एकदम सही ।

Anonymous said...

ham vot tab de jab prtase shi ho. yaha prtyasi aprdahi hai. ise nkarne ka hak mile. tabhi vot denge