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10.11.10

संघ बचाओ वरना देश गवांओ

यदि आप भारतीय हैं और भारत देश को बचाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को बचाना होगा । ये मत सोचिये कि क्यों बचाएं , बल्कि ये सोचिये कि यदि हम संघ को नही बचाएंगे तो देश को कौन बचाएगा । चाहे आप किसी भी धर्म के हों या किसी भी दल से ताल्लुक रखते हों उससे कोई फर्क नही पडता क्योंकि संघ को मानने वाला व्यक्ति एक भारतीय ही हो सकता है । आरएसएश की कार्य प्रणाली चाहे कैसी भी हो उसकी राष्ट्रभक्ति पर कोई दाग आज तक नही लगा है फिर ये अचानक संघ के कार्यकर्ताओं पर बम धमाकों जैसे घृणित आरोप क्यों लग रहे हैं ? आज जबकि हर आम आदमी केन्द्र शासन का कायराना हरकतें देख रहा है कि किस तरह काश्मीर पर अलगाववादी तत्वों के देशद्रोही पूर्ण बयानों के जारी होने के बाद भी यह निकम्मा शासन शांत बैठा हुआ है और संघ के पदाधिकारीयों पर लग रहे आरोपों पर खुश होकर ताली बजा रहा है तो ये हर हिंदुस्तानी का फर्ज बनता है कि वह केन्द्र में बैठी सरकार से पुछे कि एक राष्ट्रवादी भारतीय संगठन पर आरोप तय करवाने वाली सरकार  उमर अब्दुल्ला, राहुल गांधी, अरूंधती राय जैसे नेताओं के बारे में क्या सोच रखती है ( राहुल गांधी- जिन्हे सिमि और संघ का अंतर इसलिये नही पता क्योकि ये एक गरीब लोगों के बीच में रहने वाले लोग हैं इसलिये थोडा अनपढ जैसे हो रहे हैं )

                          लिखने को तो मैं औऱ भई बहुत कुछ लिख सकता हूँ लेकिन अपने कुछ शुभचिंतकों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए इसे यहीं बंद कर रहा हूँ , केवल एक अनुरोध के साथ कि
             संघ बचेगा तभी हम देश को बचा सकेंगे ... वरना चीनी हमारी चीनी खाने कभी भी हमारे घर आ जाएंगे ।

9 comments:

Dr Om Prakash Pandey said...

important!

mayank agrawal mtr said...

DESH KI MUSLIMPARAST SARKER KA YE NAYA FANDA NAHI HAI. MUSLIMTUSTRIKARAN KI NITI PURANI HAI. BHARAT MAIN SADEV DESHBAGATO KO HI SAJA MILI HAI. DESH VIRODHI, CURREPTED,CUMINLISM KO MAAF KARNA HUMARI AADET HAI. AAJ HUM ISE BAAT KA KHAMIJANA BHUGAT RAHE HAI.

mayank agrawal mtr said...

DESH KI MUSLIMPARAST SARKER KA YE NAYA FANDA NAHI HAI. MUSLIMTUSTRIKARAN KI NITI PURANI HAI. BHARAT MAIN SADEV DESHBAGATO KO HI SAJA MILI HAI. DESH VIRODHI, CURREPTED,CUMINLISM KO MAAF KARNA HUMARI AADET HAI. AAJ HUM ISE BAAT KA KHAMIJANA BHUGAT RAHE HAI. MAYANK AGRAWAL AD. MATHURA

मृगेंन्द्र कुमार said...

"( राहुल गांधी- जिन्हे सिमि और संघ का अंतर इसलिये नही पता क्योकि ये एक गरीब लोगों के बीच में रहने वाले लोग हैं इसलिये थोडा अनपढ जैसे हो रहे हैं )"


नमस्कार ! माफ़ी चाहूँगा महाशय मैं भी एक संघ का स्वयंसेवक हूँ परन्तु आपके उपरोक्त कथनों से सहमत नहीं हूँ तथा अजीब महसूस होता है ! कृपया बार - बार स्वयंम पढ़ें और सुधार करे !ं

shrish srivastava said...

देश ही नहीं धर्म का भी नाश कर देंगे बर्तानिया हुकूमत के दलाल
क्यूकि राहुल गाँधी बर्तानिया हुकूमत का एक सच्चा सिपाही है, लिहाज़ा उसे देशभक्तों का कोई भी संगठन आतंकवादी ही लगेगा। देस में एक बार फिर से ब्रिटेन की हुकूमत लाना सोनिया-राहुल का सपना है। इसे में संघ, विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल उसे आतंकवादी, और उमर अब्दुल्ला जैसे लोग उसे हम बिरादरी ही नजर आएंगे। हमारे लखीमपुर में कई कांग्रेसी ऐसे हैं जिनके ताल्लुकात पाकिस्तान के आतंकवादियों से है। मगर उन्हें पकड़ना तो दूर कांग्रेस उन्हें अपने ही दल में सरण दिए है। मै तमाम हिन्दुओं से यह गुराजिस करता हूँ की अपनी संस्कृति व् देश को बचाए रखने के लिए जागरूक हो और नेता रूपी इन बर्तानिया हुकूमत के इन दलालों का विरोध करे। क्यूकि इस बार अगर मुल्क गुलाम हुआ तो हो सकता है की हम हिन्दुओ का बचा-खुचा वर्चस्व ही मिट जाए

Rahul Priyadarshi 'MISHRA' said...

राहुल गाँधी को हिन्दुस्तान के बारे में कैसे पता होगा,अभी ५ साल ही तो हुए भारत आये....कुछ दिन और लगेगा अभी समझने में,यूँ उम्र तो उनकी मुझसे लगभग दोगुनी है,लेकिन मुझे इतना जरूर भरोसा है की उनसे आधी उम्र का कोई भी हिन्दुस्तानी भारत को उनसे ज्यादा समझता है...जो लोग संघ को सांप्रदायिक मानते हैं,हकीकत में उनकी मनोवृत्ति खुद साम्प्रदायिक ही होती है.....संघ का रहना बहुत जरुरी है.

Suraj Singh Solanki said...

संघ हिन्दुओं से नहीं, हिन्दुस्तान से नाता रखता है।

Unknown said...

मृगेन्द्र जी आपको अजीब सा लगेगा ही । राहुल गांधी और गरीब लोगों के बीच ... मैने पढा है मित्र और सोच समझ कर ही लिख रहा हूँ .. इसे आप व्यंग कह सकते हैं । राहुल गांधी अफने आफको गरीबों का मसीहा बताने के लिये कभी भी किसी भी गरीब की कुटिया में रात बिताने का काम करते आ रहे हैं लेकिन ये सब केवल गिरते जनाधार को बचाने की आखिरी कोशिश है ।

मृगेंन्द्र कुमार said...

sir mai Rahul ki nhi ..... wo bat se naraj who ... ki "एक गरीब लोगों के बीच में रहने वाले लोग हैं इसलिये थोडा अनपढ जैसे हो रहे हैं )"