जय हो भ्रष्टाचार प्रभु की !
अपने भक्तों का तू ही रखवाला है ;
तेरेमंत्रों की जपते माला हैं ;
जिसकी चाबी बनी न ऐसा ताला है;
कभी 2G ...... कभी तू हवाला है .
तेरे भक्तों में ''राजा''हैं ...''जोगी''भी
तेरी भक्ति में डूबी कनिमोझी भी
सीधे-साधे नहीं ये खिलाडी हैं ;
तेरे चरणों में कई ''कलमाड़ी ''हैं ;
तूने भूखों से छीना निवाला है .
भ्रष्टाचार तेरा .......
तूने भक्तों का भाग संवारा है ;
तेरी भक्ति में खा गए ये चारा हैं ;
तेरे आगे खड़े रहते हाथ जोड़कर ;
जेल जाते हैं महलों के सुख छोड़कर ;
तू तो कर देता जादू काला है .
भ्रष्टाचार तेरा ........
shikha kaushik
4 comments:
भ्रष्टाचारी तो ज्यादा ही भक्ति करते हैं। बढिया है।
परिवेश पर करारा व्यंग्य .नव वर्ष मुबाराक आपको मय परिवार .
जय हो भ्रष्टाचार प्रभु की !
अपने भक्तों का तू ही रखवाला है ;
तेरेमंत्रों की जपते माला हैं ;
जिसकी चाबी बनी न ऐसा ताला है;
बढ़िया
करारा
नया साल शुभ हो
ajit ji ,veerubhai ji ;ramkumar ji -bahut bahut dhanyvad .nav varsh aap sabhi ko bhi bahut shubh v mangalmay ho aisi prabhu se kamna hai .
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