भोपाल : क्राइसिस मैनेजमेंट के समय प्रबंधन, प्लानिंग, रिसर्च ,कारपोरेट संचार, प्रबंधन टीम पर भरोसा और समन्वय के साथ कार्य करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। किसी भी संस्थान की संचार प्रबंधन की टीम की योग्यता और क्षमता, संस्थान को संकट से उबार लेती है। जनसंपर्क विभाग की काबलियत उस समय बहुत मदद करती है, जबकि संकट से निपटने के लिए समय बहुत ही कम होता है। जनसंपर्क अधिकारी को सदैव सतर्क रहना चाहिए।
कोई भी स्थिति कभी भी, चुनौतीपूर्ण हो सकती है। जनसंपर्क किसी ब्रांड के प्रमोशन और सीएसआर के लिए जिम्मेदार होता है। हमें नकारात्मक प्रचार को जितना कम हो सके, उतना प्रयास करना चाहिए। संकट कालीन जनसंपर्क के दौरान संस्थान के नेतृत्व की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। संस्थान प्रमुख जितना संयमित एवं धैर्यवान रहेंगे, उतना ही परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होगा। नेतृत्व यदि संचार टीम को मोटिवेट करके रखता है ,तो जनसंपर्क विभाग की उत्पादकता में आश्चर्यजनक वृद्धि दिखाई देती है।
यह विचार आज, पब्लिक रिलेशन सोसायटी भोपाल द्वारा होटल पलाश में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विषय पर आयोजित कार्यशाला में देश की नवरत्न कंपनी पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जनरल मैनेजर (कॉरपोरेट कम्युनिकेशन) नरेश कुमार ने मीडिया एवं जनसंपर्क के विद्यार्थियों एवं जनसंपर्क कर्मियों के समक्ष व्यक्त किए। उन्होंने अपने प्रस्तुतीकरण में पावर ग्रिड कारपोरेशन की कई केस -स्टडी भी प्रस्तुत की।
नरेश कुमार ने उपस्थित प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। कार्यशाला में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व जनरल मैनेजर (जनसंपर्क) गुरमुख सिंह बाबा ने भी प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी की कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी एवं नागरिक विमानन के क्षेत्र में की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों को मीडिया विद्यार्थियों के समक्ष विस्तार से प्रस्तुत किया। अंत में उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के उत्तर भी दिए। इस कार्यशाला मे पब्लिक रिलेशन सोसाइटी भोपाल के पदाधिकारीगण डॉ संजीव गुप्ता, डॉ अविनाश बाजपेयी, मनोज द्विवेदी, पुष्पेंद्र पाल सिंह, योगेश पटेल, परेश उपाध्याय, दीपक चौकसे, सहित मीडिया विद्यार्थियों ने सहभागिता की |
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