आदरणीय महोदय,
भारतीय जनता पार्टी ने उ0प्र0 विधान सभा चुनाव, 2012 के दौरान उ0प्र0 लोक सेवा आयोग की भर्तियों की जांच कराकर प्रतियोगियों को न्याय दिलाने के मुद््दे को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था। स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी चुनावी सभाओं में इस मुद््दे को उठाया था। श्री योगी आदित्यनाथ ने पांच साल की आयोग की भर्तियों की सी0बी0आई0 जांच के आदेश दिये जिसके बाद सी0बी0आई0 ने आयोग की अपर निजी सचिव (उ0प्र0 सचिवालय) परीक्षा-2010 में भ्रष्टाचार/अनियमिततायें बरतने की दिसम्बर, 2017 में लिखित पुष्टि की और काफी विलम्ब से जारी जांच के नोटीफिकेशन के उपरान्त सी0बी0आई0 मुख्यालय, नई दिल्ली में पी0ई0 दर्ज की है, लेकिन अभी तक अंतिम कार्यवाही नहीं हुई है।
सी0बी0आई0 ने स्वयं पुष्टि की है कि आयोग ने परीक्षकों/माडरेटर्स के माध्यम से योग्य अभ्यर्थियों के अंकों में हेरफेर कराकर चयन सूची से बाहर कर दिया और अपने तथा तत्कालीन सरकार के नजदीकी लोगो के अपात्र होने के बावजूद अंक बढ़ाकर चयन किया गया।
लोक सभा चुनाव में अभी तक भाजपा के किसी भी नेता ने लोक सेवा आयोग की भर्तियों का मुद्दा नहीं उठाया है। यदि आप द्वारा इस मुद््दे को उठाया जायेगा अथवा भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को उठाया जायेगा तो शायद फिर से यह मुद््दा राजनीतिक रूप ले ले और हम प्रतियोगियों को न्याय मिल सके। महोदय, यदि एक बार आयोग में भ्रष्ट तत्वों पर कार्यवाही हो जायेगी तो आगे आने वाली पीढ़ियों को शुचिता और पारदर्शिता से भर्ती परीक्षाओं में सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा और किसी के साथ अन्याय नहीं हो सकेगा।
आपकी कृपा के हम सब आंकांक्षी हैं।
arun kumar
devkisinghdevki@gmail.com
भारतीय जनता पार्टी ने उ0प्र0 विधान सभा चुनाव, 2012 के दौरान उ0प्र0 लोक सेवा आयोग की भर्तियों की जांच कराकर प्रतियोगियों को न्याय दिलाने के मुद््दे को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था। स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी चुनावी सभाओं में इस मुद््दे को उठाया था। श्री योगी आदित्यनाथ ने पांच साल की आयोग की भर्तियों की सी0बी0आई0 जांच के आदेश दिये जिसके बाद सी0बी0आई0 ने आयोग की अपर निजी सचिव (उ0प्र0 सचिवालय) परीक्षा-2010 में भ्रष्टाचार/अनियमिततायें बरतने की दिसम्बर, 2017 में लिखित पुष्टि की और काफी विलम्ब से जारी जांच के नोटीफिकेशन के उपरान्त सी0बी0आई0 मुख्यालय, नई दिल्ली में पी0ई0 दर्ज की है, लेकिन अभी तक अंतिम कार्यवाही नहीं हुई है।
सी0बी0आई0 ने स्वयं पुष्टि की है कि आयोग ने परीक्षकों/माडरेटर्स के माध्यम से योग्य अभ्यर्थियों के अंकों में हेरफेर कराकर चयन सूची से बाहर कर दिया और अपने तथा तत्कालीन सरकार के नजदीकी लोगो के अपात्र होने के बावजूद अंक बढ़ाकर चयन किया गया।
लोक सभा चुनाव में अभी तक भाजपा के किसी भी नेता ने लोक सेवा आयोग की भर्तियों का मुद्दा नहीं उठाया है। यदि आप द्वारा इस मुद््दे को उठाया जायेगा अथवा भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को उठाया जायेगा तो शायद फिर से यह मुद््दा राजनीतिक रूप ले ले और हम प्रतियोगियों को न्याय मिल सके। महोदय, यदि एक बार आयोग में भ्रष्ट तत्वों पर कार्यवाही हो जायेगी तो आगे आने वाली पीढ़ियों को शुचिता और पारदर्शिता से भर्ती परीक्षाओं में सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा और किसी के साथ अन्याय नहीं हो सकेगा।
आपकी कृपा के हम सब आंकांक्षी हैं।
arun kumar
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