Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

14.7.08

चंदा जो मिलता है

एसे लिमटेड कंपनिया कराती है हमारी धार्मिक धरोहरों का संरक्षण। पिस्म सीमेंट ने कितना अच्छा तरीका निकला है । अपने विज्ञापन के लिए ........... ये फोटो सतना जिले की माधवगढ किले की मन्दिर की है। ये सब बीजेपी और बजरंग दल वालो को दिखाई नही देता। गाय मर जाय तो कमीने आदमी को मार डाले, हड़ताल के नाम पर किसी शहर में दंगा कर सकते है। किसी की जान ले सकते है, पर ये सब नही दिखता। क्योंकि पार्टी को चंदा जो मिलता है।

3 comments:

अमित द्विवेदी said...

dada ye aap ne bahut achhaa kaam kiya hai. ispar koi dangaa nahee hogee kyunki isme vote ki rajneeti nahee hai naa isliye.

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

भारत भाई ये तो धर्म और राजनीति का मजबूत जोड़ दिखाने के लिये सीमेंट का प्रयोग है इसमें कैसा विषाद,बजरंग दल या सिमी के लोग तो यही चाहते हैं कि राजनीति को धर्म पर ही आधारित होना चाहिये अधर्म पर नही :)

ADMIN said...

भाई भारत,

मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं।

बजरंग दल वाले एक नारा लगाते हैं "शिवा के संगी जै बजरंगी" पेश है उसका विस्तार भडासी स्टाइल में :-
शिवा के संगी जै बजरंगी,

खाली करते हैं हुडदंगी
जहां जरूरत करें न पंगा,

गाय मरे तो करते दंगा

राष्ट्रवाद का करते ड्रामा,

जेबें भरने का सब झामा

समझ गये हम क्या है चाल,

नहीं गलेगी इनकी दाल ।


बोलो भडासी बाबा की जय।