क्या इस अखिल विश्व में हम दोयम दर्जे के है ? यह सवाल मेरे मन में तब उत्पन्न हुआ जब मै अपने देश से बाहर निकला हम भारतीय जो की ओबामा को जीत का सेहरा पहना सकने के हैसियत रखते है वो क्या दूसरे देशों में निकृष्ट व्यवहार के काबिल है यह एक ज्वलंत मुद्दा है क्या हम अपनी काबलियत को दूसरों के लिए इस्तेमाल करते रहेंगे या अपना देश हमें ऐसे मौके देगा की जो हम दूसरो को देते है वो उसे दे सकें एक सवाल मै सभी भड़ासियों के लिए छोड़ता हूँ भड़ासी भाइयों मुझे पोस्ट लिखने का अनुभव नही है परन्तु आपके विचारों ( बुरे हो तो ज्यादा अच्छा है ) का स्वागत करूँगा और कुछ और सीख सकूँगा
7.7.08
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment