गतसप्ताह पं. रामप्रसाद बिस्मिल फाउंडेशन के तत्वावधान में भगवान सिंह हंस काव्य-संध्या का आयोजन स्थनीय गांधी शांति प्रतिष्ठान,दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली में आयोजित किया गया. इस कविता-अनुष्ठान में सभी भड़ासी बंधु सादर आमंत्रित थे. इस मौके पर हमारे भाडासानंद यशवंत सिंह का "जागो रे जागो" ऊपस्थित लोगों में एक नया जोश का संचार कर गया। एक छोटी सही झलकी.......
12.7.08
यशवंत जी और जागो रे जागो
Labels: काव्य सम्मलेन, यशवंत, रजनीश, हंस जी
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1 comment:
जगाए रहिये दादा इसी तरह से.....
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