मैं और मेरी तन्हाई
अक्सर ये बातें करते है
तुम होती तो ऐसा होता
तुम होती तो वैसा होता
पर सच कहूँ?
मैं और मेरी तन्हाई
कभी कोई बातें नही करते
मैं कभी तन्हा होता ही कहाँ
तुम्हारी याद मुझे कभी
तन्हा होने ही नही देती है
तुम्हारी याद कभी
तेरी याद आने नही देती है
वरना......
मैं और मेरी तन्हाई भी
अक्सर बातें करते
21.2.09
मैं और मेरी तन्हाई...
Labels: Khamoshi
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