घर से निकला था
तो रास्ते से बेखबर था
ज्यों ज्यों चलता गया
रास्ते मिलते गए
अब जब मिल गए हैं रास्ते
तो मंजिल भी मिल जाएगी
आप जैसे अच्छे दोस्तों के साथ
ये उम्र भी कट जाएगी ....
25.2.11
दोस्तों
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
घर से निकला था
तो रास्ते से बेखबर था
ज्यों ज्यों चलता गया
रास्ते मिलते गए
अब जब मिल गए हैं रास्ते
तो मंजिल भी मिल जाएगी
आप जैसे अच्छे दोस्तों के साथ
ये उम्र भी कट जाएगी ....
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