नेता जी का अंदाज !
जनता ने बहुमत दिया ,इसमें है एक राज ,
सुन लेना तुम गौर से ;बतलाता हूँ आज ,
नोट के बदले वोट का ;नहीं मेरा अंदाज ,
मैंने तो बटवाये थे ; घर-घर बस कुछ
''प्याज''
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
Labels: shikha kaushik
2 comments:
pyaj sab kuchh kar sakta hai.bahut badhiya...
majedaar!
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