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23.2.11

rajneeti ki pyas



पी.एम्. बनने की मुझे रहती थी बड़ी आस ,
पर जनता ने कर दिया सारा सत्यानाश ,
साथी सब ये कह रहे 'ले लो अब सन्यास '
पर मेरी बुझती   नहीं राजनीति की प्यास .
                    शिखा कौशिक http://netajikyakahtehain.blogspot.com/
                            

2 comments:

Shalini kaushik said...

बहुत सार्थक प्रस्तुति .विचारणीय पोस्ट आभार ...

Kailash Sharma said...

बहुत सटीक प्रस्तुति..