शो का नाम था जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे।
शो के हर आइटम हिट थे,
क्योंकि एक ही शो में कई शो फिट थे।
चैनल वालों की बांछें खिल गई,
दिल्ली बिग बॉस की कुर्सी हिल गई।
खतरों के खिलाड़ी, नेताओं का रंग उड़ गया,
बबा रामदेव के आसन में एक और आसन अन्ना आसन जुड़ गया।
अन्ना आसन का अर्थ, अन्न को ना कहो, भूखे रहो।
इसमें ना हवा को लिया जाता है, ना छोड़ा जाता है,
इसमें हवा का रुख हितों के हिसाब से मोड़ा जाता है।
आसन का प्रभाव बाबा खुद जांच रहे थे,
तभी तो आसन के दौरान, डीआईडी स्टाइल में नाच रहे थे।
ना सुर, ना ताल, ना बोल,
एक बाबा इंडियन आइडल, अपनी परफॉरमेंस दे रहे थे।
आत्मा और परमात्मा में घोटालों का रेफरेंस दे रहे थे।
भाषा की अग्नि की, आवेश की, वेल्यू थी फेस की।
इस वेल्यू से सबको धो गए थे।
संत के भेष में सिलेब्रिटी हो गए थे।
शो को बनाना था सनसनीखेज,
महिला पुलिस की तेज-तर्रार इमेज।
लाठी की जगह भाषण बरसा रही थी,
आपकी कचहरी अन्ना की अदालत में लगा रही थी।
फैसला पहले से फिक्स था,
ये चुलबुल पांडे के साथ मुन्नी बदनाम का नया रीमिक्स था।
सब लोग थे रेलमपेल में,
संाप सीढ़ी के खेल में।
एक भूषण सीढ़ी पर चढ़े, फिर उतरे, फिर सीडी शिकंजे ने कस लिया,
निन्यानवे के फेर में, निन्यानवे में आ के समाजवादी सांप ने डस लिया।
लेकिन लाइफ लाइन बच गई,
हॉट सीट जच गई।
करोड़ों की संपत्ति भी अति,
सबको पता है कौन बनेगा करोड़पति।
बच्चे, बूढ़े, जवान सब में करंट था,
ये चैनल पर चहरों का टैलेंट हंट था।
एक चेहरे से पूछा, ये भ्रष्टाचार क्या होता है?
वो बोला कुछ नहीं सुविधाजनक समझौता है।
जिसके विरोध में शोर है,
सुविधा अपनी हो तो बात कुछ और है।
दूसरे से पूछा ये लोकपाल बिल क्या होता है?
वो बोला जब लोक को पालने वाला बिल में सोता है।
हम उसे जगा रहे हैं।
बिल में चूहा नहीं भैंस है,
भैंस के आगे बीन बजा रहे हैं।
हम समझ गए ये सरकार को भैंस कह रहा है, और भैंस को सरकार।
दोनों ऐंठ गई, अन्ना हजारे क्या उठे, भैंस बैठ गई।
भैंस के बैठने के बाद, सब कर रहे हैं फरियाद,
बाबा बैठो, लेटो, कुछ तो करो, जियो या मरो,
क्योंकि हम जानते हैं, हमारी ये तमन्ना है,
पीपली लाइव का नत्था अपना प्यारा अन्ना है।
नेशनल नेटवर्क का सबसे बड़ा कवरेज है,
ईमानदारी का अंतिम दस्तावेज है,
आजाद भारत का चमत्कार है।
हमें इस शो के सीजन टू का इंतजार है।
यह रचना टीवी रियेलिटी शो लाफ्टर चैलेंज फेम व जाने-माने हास्य-व्यंग्य कवि श्री रास बिहारी गौड़ की है। उन्होंने हाल ही इसे बनाया, मुझे लगा कि यह आप सब सुधि पाठकों को भी शेयर करूं
उनका संपर्क सूत्र है:-09680073007
2 comments:
हमें इस शो के सीजन टू का इंतजार है.....
आपका इंतजार अब ख़त्म होने वाला है
४ जून को बाबा अनशन पर बैठने वाला है
बाबा अपने योग के माध्यम से
अनुलोम-बिलोम कि किर्या सिखलाएंगे
नेताओं और अफसरों को माल
अन्दर-बाहर करने के गुर बतलायेंगे!
शो का ट्रेलर तो वो जंतर-मंतर
पर दिखला चुके हैं
अब रामलीला मैदान पर पूरी
रामयण दिखलायेंगे!
योग के माध्यम से भोग का रास्ता
वो नेताओ और अफसरों को बतलायेंगे!
तो साहिबान कद्रदान और परेशान
इस समूचे नाट्यनकन से होना कुछ नही हे
पर बाबा कि पोपुलर से सुपर पोपुलर हो जायेंगे!
ALok khare
very good poem
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