सपने देखना और बड़े सपने देखना हमारी फितरत में होना ही चाहिये .आपका सपना आपको स्फूर्ति देता है आपके संघर्ष की धार को तेज रखता है ,आपके जीवट को परवान चढ़ाता है ,सपने देखिये ,मंथन कीजिये परिणाम क्या और कब आयेगा उसकी चिंता छोडिये .
मेरे सपनो का संविधान
मेरे सपनो का संविधान
मेरे सपनो के संविधान में अनुसूचित जाती ,जनजाति ,अल्पसंख्यक,अगड़ा ,पिछड़ा वर्ग का कोई उल्लेख नहीं ,इसकी जगह अति गरीब वर्ग,गरीब वर्ग ,गरीब मध्यम वर्ग ,मध्यम वर्ग ,उच्च वर्ग ,अति उच्च वर्ग जैसे शब्दों का प्रयोग होगा .
मेरे सपनो के संविधान में हम सामाजिक जीवन में किसी भी धर्म ,पंथ या उपासना पद्धति में विशवास और निष्ठां रखते हो लेकिन शिक्षा ,रोजगार ,वोटिंग कार्ड ,राशन कार्ड में जाती की जगह "भारतीय" ही लिखा जायेगा .
मेरे सपनो के संविधान में सब्सिडी ,राशन कार्ड सिर्फ गरीब मध्यम वर्ग तक सीमित रहेगा .
मेरे सपनो के संविधान में आरक्षण की सुविधा जातिगत आधार पर नहीं .आरक्षण अतिगरीब,गरीब और गरीब मध्यम वर्ग तक सीमित रहेगा बाकि सभी वर्ग आरक्षण से वंचित रहेंगे .
मेरे सपनो के संविधान में कुटीर उद्योग को ही सब्सिडी ,कम ब्याज दर पर ऋण मिलेगा ,बड़े उद्योग को विशेष अनुदान नहीं मिलेगा .
मेरे सपनो के संविधान में जीवन जरुरी वस्तुए टैक्स फ्री रहेगी जिसमे सभी पट्रोल उत्पाद ,खाद्यान, ओषधियाँ और हथकरघा से निर्मित कपडे शामिल होंगे .
मेरे सपनो के संविधान में वस्तु के उत्पादन पर एक ही बार टैक्स लगेगा .आयकर की अधिकतम सीमा १५%रहेगी
मेरे सपनो के संविधान में लोकसभा तथा विधान सभा सदस्यों के साथ साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का चुनाव सीधे रूप से जनता करेगी
मेरे सपनो के संविधान में लोकसभा तथा विधान सभा सदस्यों के साथ साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को उच्च शिक्षित होना होगा और न्याय पालिका से चरित्र प्रमाण लाना होगा की अतीत में सम्बंधित उम्मीदवार ने कोई असंवेधानिक काम नहीं किया है तथा उम्मीदवार की अधिकतम उम्र ६० साल रहेगी
मेरे सपनो के संविधान में हर स्तर की शिक्षा में '' नैतिक और लोक व्यवहार की शिक्षा'' अनिवार्य रूप से उत्तीर्ण करनी होगी .प्रशासनिक सेवा में आने वाले वर्ग को परीक्षा पास करने के बाद दौ बर्ष तक प्रेक्टिकल रूप से
सेवा काम के लिए अस्पताल ,अनाथालय ,वृद्धाश्रम ,गरीब और पिछड़ी बस्तियों में सेवा देनी होगी उसके बाद ही
उसकी प्रशासनिक सेवा में नियुक्ति होगी
मेरे सपनो के संविधान में लोकसभा और विशेषज्ञ सभा रहेगी ,लोकसभा में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि और विशेषज्ञ सभा में अलग -अलग विषयों में उच्च विश्व विद्यालयो से विशेष योग्यता से परीक्षा पास किये युवा
होंगे .किसी भी विषय पर चर्चा पहले विशेषज्ञ सभा में होगी और उनका निर्णय लोकसभा में भेजा जायेगा ,उस निर्णय पर लोकसभा पुन: चर्चा करेगी और दोनों सदनों के बहुमत के बाद कानून पारित होगा
मेरे सपनो के संविधान में लोकसभा के सदस्य पांच वर्ष के लिए और विशेषज्ञ सभा के सदस्य १० वर्ष के लिए चुने जायेंगे
मेरे सपनो के संविधान में न्याय पालिका २४ घंटे काम करेगी .न्यायाधीश ६-६ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे .झूठे गवाह भी दोषी के समकक्ष दंडित होंगे .
1 comment:
बहुत अच्छा लगा, आपने मेहनत भी खूब की है, साधुवाद
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