राष्ट्रीय दैनिक अखबार पत्रिका के बस्तर संस्करण के खिलाफ बस्तर आदिवासी लामबंध हो गये है,एक समाचार प्राकषन को लेकर बस्तर के आदिवासियों ने आज बस्तर बंद बुलाया है इससे पहले जगदलपुर मुख्यालय मे पत्रिका के संभागीय कार्यालय मे आदिवासियों ने संपादक राजेष दुबे और सीटी एडिटर अनुराग षुक्ला एंव खबर लिखने वाले अनिमेष पाल के आक्रेाष जताते हुए पत्रिका अखबार की प्रतियां जलाई और पुतला दहन किया अदिवासियों की मांग है कि प्रत्रिका के संपादक राजेष दुबे,अनुराग ष्षुक्ला और अनिमेष पाल के खिलाफ आदिवासी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए इस संबध मे जिले के एस.पी अजय यादव को एक ज्ञानप भी सौपा गया था।
इसी के विरोध मे आज सम्पूर्ण बस्तर बंद आदिवासियों ने बुलाया है। 20 अगस्त को बस्तर संस्करण मे पाष्चात्य संस्कृति हावी लेख प्राषित किया गया था जिसमे आदिवासी जनजातियों मे स्वच्छंद यौन व्यवहार दिखने को मिला है पर इसमे आदिवासी युवक युवतियों की रजामंदी होती है पैसा की लेन देन नही होता. इस लेख के प्रकाषन के बाद बस्तर के आदिवासी आक्रोषित है, प्रकाषन के बाद ही बस्तर के आदिवासियों ने पत्रिका खिलाफ मोर्चा खोल दिया है लगातार बसतर आदिवासी तरह तरह के आदोलन कर रहे है इसी के तहत आज बस्तर के सातों जिलों मे बंद बुलाया गया है।
samvet srijan
samvet.srijan@gmail.com
30.8.15
बस्तर : राष्ट्रीय दैनिक अखबार पत्रिका के खिलाफ बस्तर के आदिवासी हुए लांमबंध
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment