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12.7.08

एक संस्मरण...............

अभी कुछ दिनों पूर्व में मुंबई में था, वहां से चलने की बारी आयी तो अपने परिवार से मिलने की तमन्ना भी सबसे पहले। डॉक्टर साब को बताया तो डॉक्टर साहब ने कार्यक्रम भी तय कर दिया। जगह था नवी मुंबई का वाशी स्टेशन जहाँ हमारा परिवार मेरे लिए जमा था और मैं अपने आप में लाखों खुशियों को समेटे इस परिवार की सन्निकटता महसूस कर रहा था।

मनीषा दीदी रुपेश भाई को इडली खिला रहीं हैं

दीदी इडली मेरे लिए भी !!!!!!!



दीदी का मातृत्व भाव और मैं भावःविह्वल और आह्लादित डॉक्टर साब



न्याय के लिए दो सिपाही हुए साथ

दो भडासी मंथन करते हुए

हमारी आपा और आपा के दो नौनिहाल रजनीश और रुपेश

ये एक छोटा सा भड़ास परिवार मिलन समय था कहने सुनने को बहुत कुछ जो बाद में मगर पहले इन्तेजार कीजिये की इडली के साथ वाला साम्भर कहाँ गया.
जारी रहेगा.................

6 comments:

अमित द्विवेदी said...

kaash main bhee wahan hota deedi ke hathon idaly khata aisa pyar kahan. jai bhadas ki mahima

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

इडली का साम्भर गया था मेरे पेट में :)और पालीथीन की थैली को दीदी ने छीन कर फेंक दिया था कि अब क्या इसे भी खाने का इरादा है.....:)
दिव्या और जस्टिस आनंद सिंह के भाई श्री हरभूषण सिंह के लिये ये एक नया और विचित्र अनुभव रहा था जिसे वे अभी भी जब मिलते हैं तो याद करते हैं..
भड़ास परिवार तो अब ऐसा हो गया है कि जिस शहर में चले जाइये कुछ भड़ासी मिल ही जाएंगे...
अमित जी,अगर आप चाहें तो ऐसा दरबार तो दिल्ली में रोज कर सकते हैं बशर्ते समय निकाल सकें....
जय जय भड़ास

amit dwivedi said...

aap to mere se baat mat kariye sabke post par comment likhte hain par mere ramrajya par to ekdam khamosh. waise aapki dawa maa ko mil gayee hai. aur meri kab bhej rahe ho jara ye bhee bataa dena

amit dwivedi said...

bhai main tumhe call karne ki koshish kar rahaa hoon but phone hee nahee mil rahaa hai

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अमित बाबू,रामराज्य में जिसने टीका-टिप्पणी करी थी लोग आज भी उस वाशरमैन को गरियाते हैं तो भाई मैं नहीं चाहता कि जब दुबारा सतयुग आए तो लोग मुझे गरियाएं कि यही है वो कमीना जिसने "रामराज्य" पर टिप्पणी करी थी :)

subhash Bhadauria said...

डॉ.रुपेशजी दीदी के हाथ की इडली खाकर और दिखाकर हमारा मन क्यों ललचा रहे हो.
और भाई ये शर्ट बड़ी धांसू हैं बोड़ी की फिटनेस के क्या कहने.अब हमारा तो बुढापा है.
आपके ब्लाग पर होर्स पावर वाला फार्मूला पढ़ा पर पढ़ने से क्या फायदा.
आपके ब्लाग पर जीवनदायनी,रोगनाशक उपचारों के नुस्खे और उनके परिणाम देखने को मिलते हैं सोचते हैं हम भी निहाल होजायें.
प्यारी से परिवार के सदस्यों की तस्वीरें दिखाने के लिए धन्यवाद.जयभड़ास.