भारत की जनता और विभिन्न रंगत के राजनीतिक दल एकजुट होकर फिलीस्तीन राष्ट्र के सवाल पर फिलीस्तीन मुक्ति संग्राम का 60 साल से समर्थन करते रहे हैं। ग्लोबलाइजेशन की अमरीकापंथी आंधी ने भारतीय जनमानस की मुक्ति संग्रामों का समर्थन करने और साम्राज्यवादी प्रतिवाद परंपरा को अप्रासंगिक बनाने की जबर्दस्त मुहिम छेड़ी हुई है। इस आंधी का असर भारत की विदेशनीति पर भी पड़ा है। हमारे शासकों का इस्रायल प्रेम बढ़ा है। फिलीस्तीन प्रेम घटा है।
फिलीस्तीन का मुक्ति संग्राम भारत के बौद्धिकों की प्रेरणा का स्रोत रहा है। हिन्दीभाषी ब्लॉगरों ,लेखकों और पाठकों को फिलीस्तीन की जनता के संघर्षों और मुक्ति संग्राम और सांस्कृतिक और बौद्धिक योगदान से परिचित कराने के मकसद से ही यह सप्ताह मनाया जा रहा है।
इस नेट सप्ताह को हम देशकाल डॉट कॉम के अलावा नया जमाना, नई रोशनी ,भडास ब्लॉग पर भी मनाएंगे। हम चाहते हैं हिन्दी के ब्लॉगर भी इस कार्य में सक्रिय सहयोग करें। आप लिखकर मदद करें। हम प्रतिदिन जो सामग्री प्रकाशित करेंगे उसे अपने ब्लॉग पर प्रकाशित करें।
फिलीस्तीन की जनता अकल्पनीय कष्ट झेल रही है। इस्रायल-अमेरिका की यहूदीवादी-विस्तारवादी सैन्य बर्बरता और आर्थिक नाकेबंदी के कारण नरक से भी बदतर जिंदगी जी रही है। फिलीस्तीन राष्ट्र पर इस्रायल ने 60 सालों से अवैध कब्जा किया हुआ है। फिलीस्तीन राष्ट्र की मुक्ति में सारी दुनिया की मुक्ति का रहस्य छिपा है। आओ हम सब मिलकर फिलीस्तीन राष्ट्र के निर्माण और फिलीस्तीनियों की मुक्ति संग्राम का हिस्सा बनें ,फिलीस्तीन पर बोलें, लिखें,पढ़ें और यथासंभव मदद करें।
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