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11.1.10

पहली भड़ास

भड़ास पर पहली भड़ास भड़ास के लिए ,भड़ास के ऊपर 


अगर ये मंच सचमुच ही भड़ास निकलने के लिए है तो फिर प्रतिक्रियाये तुरण क्यों नहीं प्रकाशित होती हैं? 
"आपकी टिप्पड़ी सहेज दी गई है था ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बाद  प्रकाशित होगी" ये सब क्या बकवास है ? यदि आप इतने साहसी है की सार्वजानिक रूप से अपनी भड़ास निकल रहे हैं तो फिर कम से कम आपको सुनने के लिए तो तैयार रहना ही चाहिए अन्यथा आपकी ईमानदारी पर्संदेह करना ही पड़ेगा| मतलब ये क्या बात हुई की आप किसी को कुछ भी कहें और आपको कोई कुछ ना कह सके ?ये तो विशुद्ध रूप से पक्षपात हुआ ना? और पक्षपात तो एक ख़राब चीज होती है | अब अगर आप ऐसा नहीं मानते और पक्ष पट का समर्थन करते हैं तो लिख मारिये एक ब्लॉग परन्तु अगर आप ही सोचते हैं की प्रतिक्रियाओं पर नियंत्रण नहीं  होना चाहिए तो मेरा उत्साहवर्धन करें इस पोस्ट पर टिप्पड़ी कर के |

4 comments:

Anonymous said...

Ankir Aap Ho Asli Bhadasi.

यशवंत सिंह yashwant singh said...

आपने जो कुछ लिखा है और पोस्ट कर दिया है, उसी से साबित होता है कि यह खुला मंच है. टिप्पणियों पर बंदिश लगाई गई है क्योंकि पहले यह भी खुला था लेकिन कुछ लोग गंदी-गंदी गालियों का इस्तेमाल करते थे, इसलिए बंद कर दिया गया. भड़ास के विकासक्रम में कई खट्टे-मीठे अनुभव रहे हैं इन्हीं अनुभवों का नतीजा है कि कमेंट पर माडरेशन लगाया गया लेकिन भड़ास के 725 सदस्यों के डायरेक्ट पोस्टिंग राइट पर कोई रोक नहीं लगाई गई.
यशवंत

cg4bhadas.com said...

bahut badhiya sher ko svasher mila hai hahhhah

अंकित कुमार पाण्डेय said...

हम इस समस्या को समझ सकते हैं परन्तु कदाचित इसके समाधान के किये ऑटोमेटिक टूल आते अहिं जो ख़राब शब्दों से युक्त टिप्पड़ियों को निकल देंगे और आप को कोई प्रतिबन्ध भी नहीं लगाना पड़ेगा