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21.2.11

ब्लोगर असोसिएसन जब बनेला तो सारा ब्लॉगजगत हीले ला ..OLD IS GOLD

कभी कभी बहुत सी बातें एक साथ जमा हो जाया करती हैं और कहने का समय कम हुआ करता है ऐसा ही आज  मुझे लग रहा है. चलिए  आप  भी देखें क्या है इधेर का  और क्या है उधेर का .

कुछ दिन पहले जब बड़े बड़े हवाई जहाज़ों (हिन्दी ब्लॉग संकलको) के क्रैश होने की खबरें आने लगी तो सभी ब्लॉगर मैं अपना खुद का हेलिकॉप्टर खरीद लेने का जोश दिखाई देने लगा. बहुत से स्वनिर्मित संकलक दिखाई देने लगे , कुछ मशहूर हुए कुछ छिपे रह गए और फिरहमारीवाणी के आने के बाद ,कुछ लोगों के जोश मैं कमी आयी. लेकिन हकीकत मैं देखें तो इन छोटे  संकलकों से फैदा हुआ और आज यह निजी की हैसीयत से अच्छा काम कर रहे हैं. अब अपने पसंद के ब्लोगेर्स को पढना आसान सा हो गया है.

अभी यह जोश ठंडा ही हुआ था की अचानक शुरू हुआ ब्लोगेर्स असोसिएसन बना लेने का जोश. और देखते ही देखते ५-५ ब्लोगेर्स असोसिएसन बन गए ,लोगों को नेओता भेजा जाने लगा , लोग बात करने लगे यहाँ  जाओ वहां  ना जाओ यह इसका है यह उसका है. कौन किसका है यह तो पता नहीं लेकिन यह बात साफ़ साफ़ दिखाई  दी की अपने ब्लॉग का प्रचार करने का आसान रास्ता लोगों को मिल गया और  नए पाठक मिलने की उम्मीद लिए लोगों दना दन न्योते स्वीकार करके  लेख भी लिखने शुरू कर दिए. कुछ ने तो केवल दोस्तों के असोसिएसन से खुद को जोड़ा और कुछ तो दुश्मनों से भी जा मिले. यह तो साफ़ दिखाई दे रहा है कुछ दिन यह असोसिएसन का बुखार हॉट हॉट रहेगा. 

सभी ब्लोग्गर्स जोश मैं हैं कोई आजमगढ़ जीत रहा है कोई लखनऊ तो कोई यूपी कोई बिहार, कोई कोई तो पूरा हिन्दुस्तान. वो गाना याद आ गया की..

लखनऊ हीले ,यूपी हीले सारा हिन्दुस्तान हीले ला

ब्लोगर असोसिएसन जब बनेला तो सारा ब्लॉगजगत हीले ला

मुझे भी बुढ़ापे मैं संयोजकों की लहराती चाल देख के जोश चढ़ा संकलक तो मैं पहले ही बना ही चुका था और उसका फ़ाएदा भी मिला अब जौनपुर ब्लोगेर्स असोसिएसन भी बना डाली. बस एक बात का ध्यान इसमें रखा है की यह कहीं कूड़ेदान बन के ना रह जाए. इसलिए यहाँ केवल उन्ही को आमंत्रित किया जिनको जौनपुर से लगाव है , आना जाना है या उनका वतन है. मुंबई मैं वतन से दूर वतन की याद हमेशा आती रही अब मौक़ा मिला की मुंबई मैं बैठ के जौनपुर, लखनऊ ,कानपूर बनारस , इलाहबाद का मज़ा लिया जाए तो ऐसा मौक़ा कैसे हाथ से जाने देता. 

वैसे भी नुकसान मैं फ़ाएदा  तलाश लेना मेरी आदत सी रही है. अब यह नुकसान चाहे हिंदी ब्लॉग संकलकों के बंद होने का हो या फिर ब्लोगेर्स असोसिएसन मैं झगड़ों का.

यदि कोई भी ब्लोगर मेरे बताए हुए इलाके से है और जौनपुर का मज़ा अपने शहर मैं बैठ के लेना चाहता है तो मुझे मेल कर दे , उसको शामिल किया जाएगा.

यह जौनपुर ब्लोगर्स असोसिएशन और एक साझा ब्लॉग कम और हम ख्याल हम वतन लोगों का समूह अधिक है,जहाँ बहुत अधिक समय देने की आवश्यकता नहीं हुआ करेगी.

लख़नऊ ब्‍लॉगर्स असोसिएशन के सभी मेम्बर से यही अनुरोध करना चाहूँगा की वो यहाँ अधिक से अधिक समय दें और अपने इस ब्लॉग को आगे बढाएं.क्यूंकि 

OLD IS GOLD

1 comment:

आपका अख्तर खान अकेला said...

jnaab jo pedh aap lgaate hen voh bdhaa brgd bn kr logon ko chhaanv detaa he ab tk to is blogr duniyaa men hm yhi dekhte aaye hen . akhtar khan akela kota rajsthan