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29.7.08

फूल और कांटे

कुछ ऐसे बदनसीब होते हैं जिनके जीवन में फूल हैं पर फ़िर भी आंखो में आंसू तैरते हैं पता है क्योंकि कांटो वाला हिस्सा उनका होता है और उन्हें फूल भी चुभन ही दे रहे होते हैं। आप कम कर सकते हैं इसकी आंखो का एक आंसू और कांटो की चुभन को अपनी प्रेमिका के लिये एक फूल खरीद कर..................






6 comments:

Maqbool said...

Doctor Sahab,
Rafeeqon se rakeeb acche,
Jo jalkar naam lete hain.
Gulon se khaar behtar hain,
Jo daaman thaam lete hain.

Maqbool

Anonymous said...

डॉक्टर साहब,
बेहतरीन छायाचित्र और हाँ मित्रों हमारे डॉक्टर साहब सिर्फ फोटो दिखाते ही नहीं हैं बल्कि बाकायदा इनके फूल और काँटों को समझने कि कोशिश करते हैं. और हरदम तैयार शरीक होने के लिए ना ना ना ना गलत मत समझिये आमजनों कि तरह खुशी में नहीं बल्की गम के पल को बांटने के लिए.
जय जय भड़ास

गरिमा said...

speechless :।

ये बच्चे फिर भी मुझे सही लगते हैं, काँटो के साथ ही सही, कुछ करने की हिम्मत तो रखते हैं, वरना तो बडे बडे कटोरा लेकर निकल जाते हैं, वहाँ एक सिक्का देने से अच्छा मै यह फूल लेना पसन्द करूँगी।

हिज(ड़ा) हाईनेस मनीषा said...

रजनीश भाई और बाद की कहानी यह है कि जब आज मैं भाईसाहब के घर पर हूं तो सारे फूल इनके घर पर ही रखे हैं,सब खुद ही खरीद लिये......

डॉ. सरोज गुप्ता said...

इनके कांटो को कभी सहला कर तो देखो ,यह कली मधुमास बन जायेगी .....

डॉ. सरोज गुप्ता said...

इन कांटो को कभी सहला कर तो देखो ,यह कली भी मधुमास बन जायेगी .....