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6.1.10

तिवारी जी के बहाने...

आखिर अपने रास रचैय्या तिवारी जी ना नुकुर कर आंध्र के राजभवन से 'घर लौट आये हैं . कोशिश की कि घर में छुप करबैठने के बजाये खुलकर रहें, यह दिखाने के लिए कि वह'नग्नता' में भी साफ़ हैं, लेकिन वह इस कोशिश में लाख प्रयासोंके बावजूद सफल नहीं हो पाए. 'चौरसियाजी' ने उन्हें नग्न करही दिया. उन्हें ताव में ही सही स्वयं पर लगे आरोपों को स्वीकारकरना पड़ा..........

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