मीडिया के सिर से अभी अण्णा हजारे का बुखार उतरा नही आखिर दिल्ली से पहुंच गये रालेगण सिद्धी उनके पीछे पीछे पता नही बेचारे अण्णा जी कैसे अपने सुबह के पल को कैसे इस मीडिया के चक्कर से बचाते होंगे ,
चलो अब बात करते है बादामी बाई की ये है अण्णा जी की कुक इनको भी मौका मिल गया T.V. पे लाईव आने का , दुर्भाग्य है इस देश का जिसको जिम्मेदारी दी गयी है देश की निगेहबानी करने की वो अपना वक्त इन बेकार के कामों मे लगता है बडे गर्व से कहते है हम भारतीय लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ है और पता नही क्या क्या करते रह्ते हैं ।
3 comments:
ये मीडिया वाले पीपली लाइव बनाकर छोडेंगे।
फिल्म महा-अभियोग : कुंडली
अन्ना निर्देशक बने, फिल्म महा-अभियोग,
केजरि के बैनर तले, सारोकार- सुयोग |
सारोकार-सुयोग, सुनों सम्वाद ओम के,
फ़िदा किरण का नाट्य, वितरकी हुए रोम के |
कह 'रविकर' इतिहास, जोड़ता स्वर्णिम पन्ना,
व्युअर-शिप का शेर, हमारा प्यारा अन्ना ||
File:Ashoka Chakra.svg
नाटक-शाला में घुसें, दीवारों को तोड़,
आगे-आगे ओम जी, पीछे कई करोड़ |
पीछे कई करोड़, सुधारो खुद को भाई,
आँगन कुटी छवाय, रखो बाकी अच्छाई |
कह रविकर अफ़सोस, कुटिल काला दिल सा ला,
मिटा रहे सम्मान, बना के नाटक-शाला ||
चलो भाई बना ही डालो पीपली लाइव हम इन्तजार करेगे प्रिमीयर का ..
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