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3.5.20

शहर वही है ,नजारे बदल गए ...!!

देश - दुनिया की  विडंबना पर खांटी  खड़गपुरिया की चंद लाइनें ....
शहर वही है , नजारे बदल गए   ....!!
तारकेश कुमार ओझा
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मेले वही है , बस इश्तेहारें बदल गए
आसमां वही है , सितारे बदल गए
मायने वही है , मगर मुहावरे बदल गए
आग वही है , अंगारे बदल गए
गलियां वही है , शोर - शराबे बदल गए
शहर वही है , बस नजारे बदल गए
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लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ट पत्रकार हैं। संपर्कः 9434453934, 9635221463

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