हरियाणा में एक मीडिया हाउस ऐसा भी है जिसको करोडों रुपए का विज्ञापन दिया गया है. इस मीडिया संस्थान (जो मीडिया से सम्बंधित है भी नहीं बल्कि स्वयं की विचारधारा का एक पम्पलेट मात्र है) की DPR में स्वयं द्वारा दी गई प्रसार संख्या (जो अमूनन फेक होती है) को भी सच मान लिया जाए तो हर प्रति पर 491 रुपए का विज्ञापन दिया गया है.
यह सब कोई आरोप नहीं बल्कि RTI से विभाग द्वारा मिली आधिकारिक जानकारी का विश्लेषण मात्र है.
एक कहावत है कि अंधा बांटे रेवड़ी और घर घर वालों को दें...
कोई कर भी क्या सकता है....
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