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15.3.21

हिंदुस्तान गोरखपुर का पिछलग्गू बन गया दैनिक जागरण

सादर नमस्कार

मैं दैनिक जागरण गोरखपुर की पिटी हुई पत्रकारिता की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ। जागरण के प्रखर रिपोर्टरों की मेहनत की एक बानगी आपको भेज रहा हूँ। असल में दैनिक जागरण पिछले कुछ महीने से हिंदुस्तान गोरखपुर का अभिन्न पिछलग्गू बना हुआ है। इसमें कोई शक नही कि हिंदुस्तान अखबार की टीम कंटेंट बेस्ड शानदार रिपोर्टिंग कर रही है। शायद ही कोई दिन ऐसा रहता होगा कि जब हिंदुस्तान अखबार रूटीन रिपोर्टिंग या एक्सक्लुसिव प्रजेंटेशन में जागरण की बैंड न बजाता हो। रोज रोज पिटने के बाद भी जागरण के कारकूनों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।


आज दैनिक जागरण ने जिस छात्रा को पहले पन्ने पर कायदे से छापा है उसे ठीक एक दिन पहले यानी कि 18 जनवरी के अंक में हिंदुस्तान ने पहले पन्ने पर एक्सक्लूसिव के रूप में छापा है। यानी कि मार्केट में जो जानकारी 24 घंटे पहले परोसी जा चुकी है उसे भी जागरण पहले पन्ने पर प्रमुखता से जगह देता है। ऐसा भी नहीं है कि जागरण ने हिंदुस्तान से कुछ अलग या बेहतर कंटेंट दिया हो। दोनो खबर पढ़ने के बाद पाठक समझ जाएगा कि नकल में भी अकल लगाने का दैनिक जागरण में बूता नहीं है।




Fattu Singh
singhfattu92@gmail.com

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