Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

20.11.12

भारत में बैन हों सभी सोशल नेटवर्किंग साइट्स


सोशल नेटवर्किंग साइट्स ने बीते कुछ समय में बहुत तेजी से लोकप्रिय हुई हैं...और इनका इस्तेमाल करने वाले लोगों को संख्या में भी तेजी से ईजाफा हुआ है...लेकिन बाल ठाकरे के निधन के बाद मुंबई बंद पर फेसबुक पर एक लड़की की टिप्पणी पर मुंबई की ठाणे पुलिस ने जिस तेजी से लड़की और उस कमेंट को लाइक करने वाली उसकी सहेली को गिरफ्तार किया उससे तो कम से कम यही जाहिर होता है कि ये बहुत बड़ा अपराध था...इसे मैं बहुत बड़ा अपराध इसलिए कह रहा हूं क्योंकि कई संगीन वारदातें होने के बाद तमाम तरह की बयान बाजियों के बाद भी कभी पुलिस इतनी सक्रिय नहीं दिखाई दी...जितनी सक्रियता पुलिस ने इस मामले में दिखाई उससे तो यही प्रतीत होता है। पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर तमाम तरह के मतलब निकालते हैं...पहला तो ये कि लड़की को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मी शिवसैनिकों की तरह बाल ठाकरे के अंधभक्त थे...और बाल ठाकरे के खिलाफ ये टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सके...! दूसरा ये कि शिवसैनिकों के खौफ के आगे पुलिस ने घुटने टेकते हुए ये कार्रवाई की है…! खैर ठाणे पुलिस की इस कार्रवाई का अर्थ समझने वाले समझ ही गए...लेकिन इससे अलग हटकर बात करें तो इससे भी आपत्तिजनक पोस्ट राजनेताओं की सामने आती हैं जिसमें वे अपने पद और गरिमा की मर्यादा का ख्याल न करते हुए अपने विरोधियों को निशाने पर लेते हैं लेकिन तब पुलिस ने इतनी सक्रियता कभी नहीं दिखाई और किसी राजनेता को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं जुटाई। इस घटना ने तमाम और सवाल खड़े किए हैं कि क्या आम आदमी को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपनी बात को अभिव्यक्त करना गलत और गैरकानूनी है...? अगर इसका जवाब हां है तो सरकार को पहले तो सभी सोशल नेटवर्किंग साइट्स को भारत में तत्काल बैन कर देना चाहिए और साथ सही इनका इस्तेमाल कर रहे लोगों में से 90 फीसदी लोगों को भी तत्काल गिरफ्तार कर लेना चाहिए क्योंकि सोशल नेटवर्किंग साईट्स में 90 फीसदी लोगों की पोस्ट कुछ इसी तरह की या कहें कि इससे भी ज्यादा आपत्तिजनक होती है और देश के तमाम राजनीतिक हस्तियों के साथ ही अन्य लोगों के खिलाफ अपना गुस्सा वे इस तरह जाहिर करते हैं। हम लोकतंत्र की बात करते हैं और लोकतंत्र में सबको समान अधिकार होने के साथ ही अपनी बात को अभिव्यक्त करने की आजाद हर किसी के पास हैऐसे में पुलिस की इस कार्रवाई को वाजिब को बिल्कुल भी नहीं ठहराया जा सकता।

deepaktiwari555@gmail.com



No comments: