भड़ास पर पांच जुलाई को धर्मेंद्र चौहान की प्रकाशित पोस्ट क्या हो गया मेरे इंदूर को दैनिक भास्कर, इंदौर ने भड़ास को क्रेडिट देते हुए प्रथम पेज पर प्रकाशित किया है। आप उपरोक्त तस्वीर पर क्लिक करके पूरा पढ़ सकते हैं। यह पोस्ट धर्मेंद्र ने खुद के शहर इंदौर से दूर रहते हुए इंदौर के हालात पर दुखी होकर लिखा था और इसे भड़ास ने अपने यहां प्रमुखता से स्थान दिया था। दैनिक भास्कर, इंदौर को हम धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इंदौर शहरवासियों को उस शहर से प्यार करने वाले पर दूर बसे एक पत्रकार की भावनाओं से रुबरू कराकर मिल-जुलकर रहने का संदेश दिया।
जय भड़ास
यशवंत
3 comments:
भास्कर इंदौर ने भावनाओं को समझा और इसके लिये उन्होंने टिप्पणी को भड़ास से लेकर प्रथम पेज पर प्रमुखता से प्रकाशित किया इसके लिये वे साधुवाद के पात्र हैं, जो स्थान भड़ास को दिया उसके लिये धन्यवाद.....
जय जय भड़ास
mitravar,
jis manavta or manav mulyon ki baat karke bhadas apni ultiyan nikalta hai, bhale hi logon ke liye woh gandgee ka dher ho magar samvedna or manviyata ka apar sagar hilkore maarti hui hain. iska parichayak hai hamare dharmendra bhaii ka woh blog. apni samvedna ki ulti kari unhone... sadhuvaad sang hi dhanyavad bhaskar parivaar ko bhi is liye nahi ki bhadas ko jagah di balki isliye ki samaj se sambadh vyakti kitan logon ke pratai apne desh ke prati sambaddh hai.
jay ho jay ho
jay jay bhadas
Unbeatable!!!
Thanks to Dainik Bhaskar to publish this story with great importance.
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