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2.7.10

घोखाधड़ी हरवंश के स्वभाव में शामिल: डॉ. बिसेन
प्रदेश की जनता को शर्मसार ना होना पडे,. . पद की गरिमा बनाये रखने उचित निर्णय का भरोसा
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सिवनी । ठा. हरवंश Çसह के विरूद्Ëा धोखाधडी का अपराधिक प्रकरण मेरे लियें कोई आÜचर्य की बात नहीं है। पूर्व में भी उनके द्वारा किये एैसे कई मामले इस बात के गवाह हैं कि एैसे कृत्य उनके स्वभाव में ही निहित हैं किन्तु प्रदेश के उच्च संव्ौधानिक पद पर रहते हुये कोई भी व्यक्ति यदि एैसा कोई कार्य करता है तो उससे जिले को ही नहीं पूरे प्रदेश की जनता को शर्मसार होना पडता है।
आमानाला जमीन घोटाले में न्यायालय के आदेश पर विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह के विरूद्Ëा दजZ किये गये धोखाधडी के अपराधिक प्रकरण पर उक्ताशय की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश के पूर्व मन्त्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ ढालसिंह बिसेन ने कहा है कि धोखा देना हरवंश Çसह के स्वभाव में शामिल एक एैसी फितरत है जिसके कई प्रमाण पहले भी देखने को मिल चुके हैं। सबसे पहले इन्होंने एक वकील के रूप में अपनी मुविक्कल पिछडे वर्ग की विधवा महिला कुडोपार निवासी गंगाबाई के साथ किया था, गंगाबाई की शिकायत पर न्यायालय में उसकी जमीन हडप लेने के सम्बंध में चार सौ बीसी का मामला कायम हुआ था और उच्च न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन रहते हुये ही उसकी मृत्यु हो गई थी। इसी तरह एक व्यवसाियक फर्म के पार्टनर के रूप में हरवंश सिंह आदिवासियोें के साथ धोखाधडी करने से भी बाज नहीं आये थे। इस फर्म ने ब्ौंक से पैसा तो ले लिया था लेकिन गरीब आदिवासियों को सिंचाई के लिये डीजल पंप सप्लाय नहीं किये थे। उपपंजीयक सहकारी संस्था ने आरोप सही पाते हुये थाना सिवनी को धारा 42. के तहत अपराध पंजीबद्Ëा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। कांग्रेस की सरकार रहने के कारण मामला दब गया था तब बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा में मामला उठाया था जिसका जवाब देते हुये तत्कालीन कृषि मन्त्री शिवभानुसिंह सोलंकी ने यह स्वीकार किया था कि प्रकरण पुलिस ने दजZ कर लिया है जांच उपरान्त आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ ढालसिंह बिसेन ने कहा है कि इसीलिये ही मुझे आमानाला जमीन काण्ड की खबर का आÜचर्य नहीं हुआ किन्तु पहले और अब में हालात बदले हुये हैं। श्री सिंह आज विधानसभा उपाध्यक्ष जैसे गरिमामय संव्ौधानिक पद पर आसीन हैं और इतिहास गवाह है कि एैसे पदों पर आसीन रहे नेताओं ने नैतिकता की मिसाल पेश की है डॉ बिसेन ने कहा है कि अब एैसी परिस्थिति में श्री सिंह को क्या करना चाहिये इसका निर्णय स्वयं करना है। मुझे विÜवास है कि श्री हरवंश सिंह एैसा निर्णय करेंगे जिससे जिले व प्रदेश की जनता को शर्मसार न होना पडे।
डॉ बिसेन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान स्विर्णम मप्र बनाने प्राण प्रण से जुटे हुये हैं। इसीलिये प्रदेश के हर नागरिक का ये नैतिक दाियत्व हो जाता है कि उसका कृत्य इस प्रयास में कोई बदनुमा दाग न साबित हो। सरकारी मशीनरी से भी अपेक्षा है कि वे अपनी कार्यप्रणाली एैसी रखें कि प्रत्येक फरियादी को एैसा महससू हो कि इस सरकार म्ों सबको न्याय मिलता है।

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