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11.6.11

बाबा जी , आप शोर्य वाले हो , कायर नहीं , अनशन छोरो , तलवार पकरो



बाबा जी,

किसके लिए अनशन कर रहे हो ,

आप कहीं यह तो नहीं सोच रहे कि यह देश महात्मा गाँधी के अनशनों से आज़ाद हुआ था.

यह तो भगत सिंग, राजगुरु, मदन लाल , सुभाष से आजाद हुआ था .

अंग्रेजों ने कोई पाप नहीं किया.

हिंदुस्तान पर राज करके , वो अपने देश की सेवा कर रहे थे. वे सच्चे थे , उनके दिल में मानवता थी .

ये सरकार और नेता , तो अपने उसी देश के नमक हराम हैं , उस माँ की विष्ठा हैं , जिसका दूध पिया उसी के साथ बलात्कार कर रहे हैं.

इनकी बाला से आप या पूरा देश मर जाये तो भी इन पर असर नहीं होगा.

शेष जैसा इस्वर चाहें.

A doctor checks the blood pressure of Indian yoga guru Baba Ramdev at Ramdev's ashram in Haridwar, India, Friday, June 10, 2011. (AP Photo/Gurinder Osan)

जिस देश में भगवे वस्त्र का अपमान हो वह देश रहने लायक नहीं है. ऐसा शाश्त्रों का कहना है.

तुलसी पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज : (अप्रैल में रामलीला मैदान की कथा में, संस्कार पर दिखाया गया )

१ जैसे शीतला माता द्वारा ली हुई आँख वापिस नहीं आती , सांप के मुख मेंऔर नेताओं के मुख में गया पैसा वापिस आना असंभव है.

२ आकाश के तारे गिने जा सकते हैं. पर नेताओं के घोटाले नहीं गिने जा सकते .

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