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23.12.11

आओ म्हारे देश

[कविता ] आओ दोस्तों आओ
आओ दुश्मनों आओ
दोस्त बनकर दुश्मनी निभाओ
दुश्मन होकर दोस्ती निभाओ
भारत आओ ,
आओ आर्यों आओ
आओ यवनों आओ
आओ अंग्रेजो आओ
भारत का दरवाज़ा पूरा खुला है
आओ आतंकवादी आओ
मार्क्स - माओवादी आओ
आओ अन्ना हजारे आओ
हिंदुस्तान तुम्हारा स्वागत
करने के लिए तैयार खड़ा है
आओ कोई भी आओ
सब लोग आओ । #

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