Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

15.2.08

मजबूरन .............

सभी भडासियों को एक बार फिर मयंक का प्रणाम। क्षमा चाहूँगा कि काफ़ी दिन से कुछ लिख नही पाया न ही भड़ास के लिए और ना ही अपने ब्लॉग के लिए ... हो गए करीब दस एक दिन। कुछ व्यस्त रहा या कहूं कि ख़ुद को व्यस्त रखा पर ये दस दिन ऐसे थे कि आखिरकार लिखना ही पडा और यशवंत जी के शब्दों में कहूँ कि ब्लोग्गिंग का कीडा जिसकी गा.... में घुस जाए फिर .......... परिवार यार और परवरदिगार भी कुछ नहीं कर सकते ! तो भइया अब निकालता हूँ पिछले दस दिन की भड़ास ......
अथ श्री भड़ास कथा प्रारंभ

  • मुम्बई काण्ड

सबसे पहले बात सदी के महापुरुष श्री श्री श्री १४२० महात्मा श्री राज ठाकरे की , क्या कहूं शब्द कम पड़ जायेंगे ( मतलब गालियाँ कम पड़ जायेंगी ) खैर भड़ास तो निकालनी ही है। मैंने अपनी ही एक पोस्ट में लिखा था कि राज ठाकरे जीना की नक़ल कर रहे हैं पर उस समय यह अंदाजा नहीं था कि नौबत यह आ जाएगी। राज ठाकरे गिरे हुए थे यह मालूम था पर इतना गिर जाएंगे यह नही पता था खैर अब तो गिर ही गए हैं। सो उनको छोड़ दें उनके हाल पर असली भड़ास है महाराष्ट्र सरकार और केन्द्र सरकार सहित सभी पार्टियों पर कि साले सब कुछ देख रहें हैं और ऐसे चुपचाप बैठे हैं कि सालों की गा... में गूदा ही नही मतलब एक दो कौडी के छुटभैये नेता के डेढ़ कौडी के गुंडे बवाल मचा देंगे, लोकतांत्रिक मूल्यों की माँ बहन हीके रख दे और ये साले देखते रहेंगे ? अच्छा तमाशा ही इससे अच्छा ही कि संसद में दोहरी नागरिकता का बिल पास करा कर संविधान में संशोधन करा दो पर इससे उन साले टुच्चे दलों का क्या होगा जो दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने की जुगत में लगे हैं ? कुल जमा खेल पोलिटिक्स का है और मार रखी है आम आदमी की ..... तो भइया सभी भाडासियो की ओर से महात्मा राज ठाकरे और उनकी चमचा मंडली कांग्रेस, एन सी पी और शिवसेना की जय !

  • डाक्टर अमित की समाज सेवा

एक थे डाक्टर , थे मतलब ज़िंदा हैं पर अब डाक्टर नही रहे ! उनकी यशस्वी गाथा तो आप सब जानते ही हैं पर मुझे तो भड़ास निकालनी है दस दिन की सो भइया उनका भी जयकारा लगा ही लूँ । तो भइया गजब ढाया ३०० गुर्दे बदल डाले और किसी को खबर भी नही हुई मतलब न जिसका उठाया उसे न जिसके चेंपा उसे ! कसम से वर्ल्ड रेकार्ड होगा अपने आप में और साला पूरी दिल्ली पुलिस ढूंढ कर हग गई ( मतलब थक गई ) और सरेंडर किया खुखरी वाली गुरखा पुलिस के सामने। और गिरफ्तार होते पर भी पास में ९ लाख ३६ हज़ार यूरो अमा इतने तो ब्रिटेन के पी एम् के बैंक अकाउंट में भी ...... तो भक्त लोग लगाओ जयकारा बोल किडनी वाले बाबा की !!!

इसके अलावा यशवंत जी को धन्यवाद कि हमारे ब्लोग्स के भी लिंक यहाँ पटके

अभी भड़ास बाकी है अगली पोस्ट में राखी सावंत और बहुत कुछ ..... बसंत पर भी !

जय भड़ास !!

3 comments:

Unknown said...

प्रिय मयंक जी
आप को ग़लतफहमी हो गयी लगती है की भड़ास निकालने का मतलब दो चार बार गा..... लिख देना या बेमतलब मां-बहन की गालियाँ लिख कर कर्तव्यों की इती श्री समझ लेना नही है इससे तो आप की भावना पर ही संदेह होता है की मसला केवल छा जाने का तो नही है.
यशवंत की नक़ल ना करते हुए अगर आप कुछ सार्थक लिखेंगे तो हमें अच्छा लगेगा.

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

मैं जय बहादुर भाई से सहमत नहीं हूं ,यशवंत दादा ने आज तक कभी गां..... नहीं लिखा वे तो दिल ,मुंह और जिन जिन पुर्जों में जो भी अटका होता है निकाल कर सामने सजा देते हैं कि प्यारे भड़ासियों इसका रसास्वादन करो....
वैसे उनकी बात मयंक भाई के लिये सही है ,रचनात्मक्ता और पत्रकारिता की बू तो भड़ास में भी होनी ही चाहिए ।

मयंक said...

जी सही कहा आप ने और बिलकुल बुजुर्गो से ही सीखने को मिलेगा पर शमा करें मैं नक़ल नहीं करता सो इस आक्षेप का विरोध करूँगा !