Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

22.2.08

तनवीर जी की पोस्ट हटाई सृजनगाथा ने

रचनात्मक संस्कारों का अनुसमर्थन
संपादकीय कार्यालयः एफ-3, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, आवासीय कॉलोनी, रायपुर, 492001 ई-मेलः srijangatha@gmail.com

◊अपनी बात◊कविता◊छंद◊ललित निबंध◊कहानी◊लघुकथा◊व्यंग्य◊संस्मरण◊ कथोपकथन◊ भाषांतर◊संस्कार◊ मूल्याँकन◊हस्ताक्षर

◊ पुस्तकायन◊ विचार-वीथी◊प्रसंगवश◊ इनदिनों◊हिंदी-विश्व◊ लोक-आलोक◊व्याकरण◊तकनीक◊बचपन◊शेष-विशेष◊ हलचल◊विशेषांक ◊सृजनधर्मी◊लेखकों से◊ संपादक बनें◊चतुर्दिक्◊पुरातनअंक◊अभिमत◊मुख्यपृष्ठ
विचार-वीथी
क्या साहित्य विफल है ? - अरुण प्रकाश

इलेक्टॉनिक दुनिया में पुस्तकों की नियति - मनोज कुमार श्रीवास्तव

प्रगतिशीलता के नाम पर रिश्तों की तिज़ारत - नासिरा शर्मा

समय, समाज और सरोकार - संजय द्विवेदी

फैसला सुरक्षित है - प्रतिभा सक्सेना

गाँधी का करूण रस - पं. विद्यानिवास मिश्र

क्रोध - प्रो. महावीर शरन जैन

राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का एक कार्यक्रम - राजकिशोर

महान देश महान लोग - अशोक कुमार वशिष्ठ
सामाजिक और आर्थिक अधिकारिता के साथ शांति - प्रो. मुहम्मद युनुस
उत्तर-आधुनिक निहितार्थ - डॉ. प्रभा दीक्षित
क्या भूमिका ज़रूरी है ? - डॉ.दुर्गाप्रसाद अग्रवाल
कौन से डिटरर्जेंट से घुलेगा पुलिस का दाग- अशोक रहाटगांवकर
रोटी और लोकतंत्र- मुरली मनोहर श्रीवास्तव
मृत्यु पर विजय- पुष्करलाल केडिया
आध्यात्म साहित्य की एक विधा है तंत्रः पं.गिरधर शर्मा

प्रजातंत्रः राजनीतिक शत्रुता-पर्याय तथा सीमाएं- सत्यनारायण शर्मा
आपकी प्रतिक्रिया
गुणरहित नाम कितना निरर्थक होता है - होपर

आपकी प्रतिक्रिया
◊अपनी बात◊कविता◊छंद◊ललित निबंध◊कहानी◊लघुकथा◊व्यंग्य◊संस्मरण◊ कथोपकथन◊ भाषांतर◊संस्कार◊ मूल्याँकन◊हस्ताक्षर
◊ पुस्तकायन◊ विचार-वीथी◊प्रसंगवश◊ इनदिनों◊हिंदी-विश्व◊ लोक-आलोक◊व्याकरण◊तकनीक◊बचपन◊शेष-विशेष◊ हलचल◊विशेषांक ◊सृजनधर्मी◊लेखकों से◊ संपादक बनें◊चतुर्दिक्◊पुरातनअंक◊अभिमत◊मुख्यपृष्ठ
जयप्रकाश मानस संपादक मंडलः डॉ.बलदेव,संतोष रंजन, राम पटवा, डॉ.सुधीर शर्मा, डॉ.जे.आर.सोनी, संजीव ठाकुर, कामिनी, प्रगति
तकनीकः प्रशांत रथ
आज जय प्रकाश मानस जी का आभार करना ही होगा जो तनवीर जाफरी की पोस्ट वेब से हटा दीं...!!
अशेष आभार
http://www.srijangatha.com/

No comments: