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18.7.08

माँ

मुझ से दूर ही रह रही हैं
माँ की चिता से उठती लपटें ,
मैं स्फुलिंग से डरता था
माँ को अब तक यह याद है

1 comment:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अरे भाई,ऐसी बातें करके सताओ मत..... हम सब लोग इमोशनला जाते हैं मम्मी की याद करके रोने लगते हैं... मत करिये ऐसा क्या आप चाहेंगे कि हम सब रोंये?