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24.12.08

ये क्या हो गया भड़ास को

भडासी भाई लोग पढो पहले फिर कुछ बताते हैं, क्या है ये ।

खुद का पॉर्न विडियो ही नेट पर डाला,युवती नेआज इसे जवानी की मदहोशी कहे या खुद को प्रसिद्ध करने की लालसा युबक और कम उम्र की लड़कियां खुद को जनता के सामने किसी भी रूप मैं परोसने को तैयार है ऐसा ही बाकया हमारे सामने आया है ,जिसने सपूर्ण चीन को धुल्मित कर दिया ,साथ ही कुछ मनचलों को कुछ पल का सकून दिया ,गनीमत है की यह कारनामाहिन्दुस्तान का नहीं है !!!इसी पर एक रिपोर्ट !!.yaadonkaaaina.blogspot.comPosted by ѕαηנαу ѕєη ѕαgαя

Kumar sambhav said...sagar sahab aap ne josh me aakar tin bar ek hi chez post kar diye, aur ey koi nai khabr nahi hai, lagta hai net ka estemal haal hi me shuru kiyea hai।jai jai भड़ास
23/12/08 11:54 AM
ѕαηנαу ѕєη ѕαgαя said...हाँ तो भइया बात कुछ ऐसी है की हम ठहरे मर्द ,अब मर्द है तो जोश तो है ही साथ ही साथ मुद्दा भी दिल जलने वाला है क्योंकि हमको वो विडियो देखने मिला नही !!अब आपमें तो हुम्हे आजतक जोश जैसा कुछ दिखा नही,पर हाँ मर्दों में होता है !! आपका भइया मुझे पता नही ,क्या लफडा है !!और बात पुराणी हो सकती है क्योंकि आप मेट्रो सिटी में बैठे हो ,हम गाँव में !!और रही बात नेट की तो शयद बह भी मर्द है जोश में तीन बार पोस्ट का दी !!आप एक काम करो ब्लॉग लिखके कुछ पैसे मिले हो तो आज डॉक्टर को दिखा लो !!वरना अपने रजनीश जी ये यहाँ मुफ्त सुबिधा उपलब्ध है ! !!जय जय जय भड़ास
23/12/08 12:15 PM
Kumar sambhav said...इन्ही उलझे दिमागों में मुहबत के घने लच्छे हैं, हमे पागल hi रहने do हम पागल hi अच्छे हैं । भाई रजनीश मुझे जानते हैं , परिचेय देने कि जरूरत नहीं आप को आपकी एक और बेतुकी पोस्ट पढ़ा वैसे आपकी पहले के पोस्ट कि बात hi अलग रही है। मुझे आप कि लेखनी भी पसंद आती है। लेकिन ये बीच में आपने कुछ बहादुरी दिखाई और निरे बेवकूफ नज़र आए। चलो गुरु मर्दानगी कि नसीहत भी दे दी डॉ। का पता नहीं बताया लगता है पुराना आनाजाना है डॉ। के यहाँ. यार कुछ अच्छी जगह मर्दानगी दिखाओ, रही बात बड़े और छोटे शहर कि तो भाई में गाओं से आता हूँ, पेट कि आग ने दिल्ली पहुँच दिया.

ѕαηנαу ѕєη ѕαgαя said...हा हा गूंगा भी बोला !!!गजब आज पता नहीं किसका मुँह देखकर उठा था !!! मजा आ गया!!बड़े भैया जिंतना जोश अब आपकी से बगर रहा है अगर पहेले बगरा होता तो कुछ जरुर हो जाता है! और रही मर्दांगनी की बात तो बहुत सी कन्याएं गवाह है की संजय सेन मर्द है !!और रही बात रजनीश जी की तो बे एक सामाज सेवेक भी है इसलिए आपका काम मुफ्त में बनवा रहा था !!चलो यार अब जा रहे है मजा आया !!!

कुछ दिन पहेले भडास पर मनीषा जी और राजीव जी के बीच लगभग इसी तरह का सवांद हुआ था। थोडी भाषा अलग थी , सवाल ये उठता है की क्या विचारों के मतभेद को एक दुसरे के ऊपर अशोभानिये बातें लिख कर कम कियाजा सकता है? नही बिल्कुल नही ...सागर सेन सागर साहब की बातों का जवाब दिया जा सकता है , लेकिन क्यों ? क्या मतलब है इससे भड़सिओं को , जवाब देकर में क्या साबित करूंगा ? यार सेन साहब को पढ़ कर मुझे yahoo chat के वो दिन याद आगये जब बच्चे नेट पर एक दुसरे को गलियों दिया करते थे । भाई यशवंत जी ने मंच दिया है .... कम से कम सार्थक इस्तेमाल तो करो .....जय जय भड़ास

2 comments:

Anonymous said...

दोनों तरफ़ आग बराबर है लगता है !
चलो लड़ते रहो गाली बकते रहो आख़िर भड़ास मोहोब्बत से तो जाने वाली नही है !!
सागर जी क्या कर रहे हो बदनाम होना है क्या !!
हाँ हां उसका उतना नाम हुआ है जो इजितना बदनाम हुआ है !! संजय जी सच बुरी तरह फाड़ दी उसकी आपने !

Anonymous said...

दोनों तरफ़ आग बराबर है लगता है !
चलो लड़ते रहो गाली बकते रहो आख़िर भड़ास मोहोब्बत से तो जाने वाली नही है !!
सागर जी क्या कर रहे हो बदनाम होना है क्या !!
हाँ हां उसका उतना नाम हुआ है जो इजितना बदनाम हुआ है !! संजय जी सच बुरी तरह फाड़ दी उसकी आपने !